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MP के रीवा में गर्भवती आदिवासी महिला की दर्दनाक मौत: पुल पर बाढ़ का पानी आया, नहीं पहुंच सकी अस्पताल

भोपाल। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में लापरवाह सिस्टम और खराब सड़कों के कारण एक गर्भवती महिला की जान चली गई। महिला समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाई क्योंकि नदी पर बने पुल पर बाढ़ का पानी आ गया था। वह दो घंटे तक तड़पती रही और फिर वहीं उसकी मौत हो गई। घटना जवा तहसील के भटिगंवा गांव की है, जहां रविवार देर रात यह दर्दनाक हादसा हुआ। सोमवार को अंतिम संस्कार के बाद परिजनों ने प्रशासन से न्याय की मांग की।

ससुराल में नहीं थी सड़क, इसलिए मायके में रहने आई थी महिला

भटिगंवा गांव की रहने वाली 26 वर्षीय प्रिया रानी कोल की ससुराल बरहट गांव में है। बरहट में सड़क न होने के कारण वह गर्भवती होने पर मायके आ गई थी, ताकि डिलीवरी के समय समय पर इलाज मिल सके। रविवार रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। जब परिजन उसे नजदीकी जवा अस्पताल ले जा रहे थे, तब रास्ते में महना नदी के पुल पर बाढ़ का पानी आ गया।

नदी के किनारे दो घंटे तक तड़पती रही प्रिया

महिला और उसके परिजन पुल पार नहीं कर सके। सभी लोग नदी के एक तरफ फंसे रह गए। इस दौरान परिवारवालों ने गांव के एक डॉक्टर को बुलवाया। डॉक्टर के पहुंचने तक महिला की हालत गंभीर हो गई थी। डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।

परिजन प्रिया का शव लेकर उसके ससुराल बरहट पहुंचे, लेकिन बाढ़ की वजह से रास्ता बंद था। ऐसे में 40 किलोमीटर लंबा चक्कर काटकर शव को गांव लाया गया और फिर अंतिम संस्कार किया गया।

इलाज मिलता तो बच सकती थी जान

प्रिया की भाभी शांति कोल ने कहा, "अगर समय पर इलाज मिल जाता, तो रानी को बचाया जा सकता था। ये पुल इतना नीचा है कि हर बार बारिश में इसके ऊपर से पानी बहता है। लेकिन प्रशासन ने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया।"

प्रिया के ससुर ने कहा कि ससुराल में सड़क नहीं होने की वजह से ही बहू को मायके भेजा था। वहां से अस्पताल जाना आसान था, लेकिन बाढ़ ने वहां भी रास्ता रोक दिया।

सीधी की गर्भवती महिलाओं ने भी खोला मोर्चा

रीवा की इस घटना के बीच सीधी जिले के खड्डी खुर्द गांव की आठ गर्भवती महिलाओं ने खराब सड़कों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इन महिलाओं की अगुआई बघेली सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर लीला साहू कर रही हैं, जो खुद भी गर्भवती हैं। उनका कहना है कि बारिश में सड़कों की हालत और बिगड़ जाती है, जिससे अस्पताल पहुंचना जोखिम भरा हो जाता है।

कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए

रीवा की कलेक्टर प्रतिभा पाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन यह पता लगाएगा कि महिला को समय पर चिकित्सा सुविधा क्यों नहीं मिल सकी और भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

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