अहमदाबाद: गुजरात के बनासकांठा जिले में एक 19 वर्षीय दलित युवक ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। आरोप है कि ऊंची जाति के पांच लोगों ने उसे इसलिए पीटा और अपमानित किया था क्योंकि उसने उनके समुदाय जैसे कपड़े पहन लिए थे।
पीड़ित की पहचान महेंद्र कालाभाई परमार के रूप में हुई है, जो वाव तालुका के वसरदा गांव का निवासी था। वह 10 जुलाई को लापता हो गया था। 12 जुलाई को उसका शव गांव के कुएं से बरामद किया गया।
वाव पुलिस थाने में महेंद्र के चाचा बिजलभाई परमार की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। शिकायत के मुताबिक, महेंद्र को गांव के पंचायत कार्यालय के पास पांच लोगों ने पीटा और अपशब्द कहे। आरोपियों की पहचान खेताभाई रबारी, सेंधाभाई रबारी, रूदाभाई रबारी, अमराभाई रबारी और लाखाभाई रबारी के रूप में हुई है।
परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने महेंद्र के उन कपड़ों पर आपत्ति जताई जो उनके समुदाय के लोग पहनते हैं। परिजनों का कहना है कि इस अपमान और मारपीट से आहत होकर महेंद्र ने कुएं में कूदकर जान दे दी।
पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
आपको बता दें कि रबारी समुदाय परंपरागत रूप से पशुपालक है और गुजरात में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में शामिल है।