पटना। बिहार में बीपीएससी परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जन सुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में दो जनवरी से आमरण अनशन पर हैं। इसी बीच सोमवार सुबह लगभग 4 बजे पटना पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद पटना पुलिस और प्रशांत किशोर के समर्थकों के बीच झड़प हो गई।
समर्थकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बल प्रयोग कर अनशन को खत्म कराने का प्रयास किया है। वह बिहार के लोगों के लिए, छात्रों के लिए लड़ रहे थे। नीतीश कुमार सरकार इस एकता से डरती है। उनके खिलाफ शारीरिक हिंसा निंदनीय है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमें जानकारी नहीं है कि पुलिस प्रशांत किशोर को कहां लेकर गई है। हमने पूछा तो कुछ बताया भी नहीं। जानकारी के अनुसार, पुलिस उन्हें धरना स्थल से जबरन उठाकर एम्स ले गई है।
बता दें कि बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग को लेकर दो जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर लगातार मेडिकल चेकअप किया जा रहा था। रेगुलर मेडिकल चेकअप के बाद डॉक्टर लाल पांडेय न बताया कि उनका स्वास्थ्य ठीक है। रविवार को डॉ. लाल पांडेय ने उनकी जांच की थी।
जांच के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया था प्रशांत किशोर का स्वास्थ्य अभी ठीक है। भूखे रहने से शरीर में यूरिया का स्तर थोड़ा बढ़ गया है। वहीं, शुगर का स्तर ऊपर नीचे हो रहा है। डॉक्टर ने प्रशांत किशोर से अपील करते हुए कहा अब अगर वो सॉलिड और लिक्विड डाइट लेना शुरू नहीं किए तो स्थिति बिगड़ सकती है।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी, इसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था।
इसके बाद बीपीएससी ने बापू परीक्षा परिसर में फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया। इसे लेकर शनिवार को पटना के कई केंद्रों में पुनर्परीक्षा भी आयोजित की गई। दूसरी तरफ बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
Inputs With IANS