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Fact Check: मुलायम सिंह के अपनी पार्टी को ‘हिंदू विरोधी’ बताने का दावा FAKE, वायरल वीडियो एडिटेड है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। संसद के जारी शीतकालीन के बीच समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने कथित तौर पर संसद में अपने भाषण के दौरान यह स्वीकार किया कि वे हिंदुओं के ‘दुश्मन’ हैं और उनकी पार्टी में ‘केवल गुंडे और अपराधी’ शामिल हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल हो रहा मुलायम सिंह यादव का वीडियो क्लिप एडिटेड और फेक है। ऑरिजिनल वीडियो 27 मार्च 1998 की लोकसभा कार्यवाही का है, जिसमें वे तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के विश्वास प्रस्ताव पर बोल रहे थे और इस दौरान उन्होंने अखबारों और टीवी पर समाजवादी पार्टी को ‘हिंदुओं की दुश्मन’ और ‘मुस्लिमों की हितैषी’ पार्टी होने के आरोपों पर पलटवार किया था।

हालांकि, वायरल वीडियो क्लिप से इस संदर्भ को गायब कर दिया गया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि वे अपनी पार्टी के लिए नकारात्मक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘पुष्कर भारद्वाज’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “यह व्यक्ति सफेद कपड़ा पहन के पार्लियामेंट में भाषण दे रहा है, यह अखिलेश यादव का अब्बा जान है जो खुले आम भाषण दे रहा है– मैं हिन्दुओं का दुश्मन हूं, मुसलमान का गुलाम हूं, मैं गुंडा हूं, मेरे पार्टी में सब गुंडे हैं, मैं अपराधी हूं और अपराधियों के साथ रहता हूं, अब सपा के चमचे किस मुंह से इस गुंडे पार्टी के परिवार को समर्थन करते रहेंगे, ऐसे सपा के समर्थकों को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो क्लिप को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो क्लिप में मुलायम सिंह यादव को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “….हम तो हिंदुओं के दुश्मन हैं….मुसलमानों के हैं..और फक्र के साथ मुसलमानों के साथ हैं….हैं क्या? हमारी तो मैगजीन  में अपराधियों की पार्टी है ही…मैगजीन में, टीवी पर जहां देखिए…वहां पर मुलायम सिंह के अपराधी हैं। लाल सेना के अपराधी हैं…हम तो हैं ही अपराधी….!”

वीडियो क्लिप को सुनकर यह स्पष्ट हो जाता है कि यह लोकसभा में दिए गए उनके पुराने भाषण का एक अंश है, जिसे उसके संदर्भ से अलग कर शेयर किया जा रहा है। ऑरिजिनल वीडियो की सर्च के लिए हमने की-वर्ड के आधार पर सर्च किया और हमें उनके भाषण का वीडियो ‘Digital Sansad – Parliament of India’ के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला, जिसे एक साल पहले अपलोड किया गया है।

दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो वर्ष 1998 में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान का है।

मुलायम सिंह यादव (27 मिनट 40 सेकेंड) कहते हैं, “अध्यक्ष महोदय…मैंने इसलिए कहा कि हमारी तो मैगजीन में अपराधियों की पार्टी है ही…मैग्जीन में, टीवी पर जहां देखिए, वहां पर…मुलायम सिंह के अपराधी है, लाल सेना के अपराधी हैं। हम तो हैं ही अपराधी….आप हैं स्वच्छ छवि वाले…(व्यवधान)…आप बताइएं आप क्या हैं? हमारे बारे में तो जानें क्या क्या बोल दिया है…(कि) हम तो हिंदुओं के दुश्मन हैं, मुसलमानों के हैं और फख्र के साथ मुसलमानों के साथ हैं…उसमें है क्या…हम तो हैं ही!”

इसके बाद मुलायम सिंह यादव कहते हैं, “इसीलिए अध्यक्ष महोदय, मैंने कहा कि हम अपराधी नहीं हैं। आप लोग हमें अपराधी कहते रहे है।”

स्पष्ट है कि मुलायम सिंह ने अपनी पार्टी के बारे में कुछ भी नकारात्मक नहीं बोला, बल्कि उन्होंने अपनी पार्टी पर लगाए गए आरोपों का जिक्र करते हुए उसे खारिज किया था। इस वक्त मुलायम सिंह यादव, उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट से सांसद थे।

इस दिन की लोकसभा कार्यवाही और मुलायम सिंह के भाषण की कॉपी eparlib.nic.in पर मौजूद है, जिसमें उनके भाषण का समान संदर्भ में जिक्र है।

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अमिक जमेई से संपर्क किया और उन्होंने इसे एडिटेड और फेक बताते हुए कहा, “समाजवादी पार्टी समाजवाद के सिद्धांतों पर काम करती है और नेताजी ने हमेशा बिना धर्म-जाति देखे कमजोर वर्गों को आगे लाने की राजनीति की। उन्होंने हाशिये पर रहने वाले लोगों को जबान दी है। हम इस फेक न्यूज का खंडन करते हैं।”

गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव का लंबे उपचार के बाद 10 अक्तूबर 2022 को मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था।

वायरल वीडियो क्लिप को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब दो हजार लोग फॉलो करते हैं।हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव और अन्य उप-चुनावों से संबंधित अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के चुनाव सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: 1998 में लोकसभा में विश्वास मत पर चर्चा के दौरान संभल लोकसभा सीट के तत्कालीन सांसद मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी पर लगे आरोपों का जिक्र करते हुए उस पर पलटवार किया था, लेकिन वायरल वीडियो क्लिप से इस संदर्भ को गायब कर दिया गया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि उन्होंने अपनी पार्टी को ‘गुंडों की पार्टी’,’हिंदू विरोधी’ और ‘मुस्लिम हितैषी’ करार दिया। वास्तव में उन्होंने टीवी और अखबारों में उनकी पार्टी पर लगाए जा रहे इस तरह के आरोपों का जिक्र करते हुए उसका खंडन किया था।
नोट- उक्त फैक्ट चेक रिपोर्ट शक्ति कलेक्टिव प्रोजेक्ट के तहत पुनः प्रकाशित किया गया है. द मूकनायक भी शक्ति कलेक्टिव के फैक्ट चेक का हिस्सा है. रिपोर्ट मूल रूप से विश्वास न्यूज वेबसाइट द्वारा प्रकाशित किया गया है.
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