प्रयागराज: दलित नाबालिग लड़की केरल से बरामद, जबरन धर्म परिवर्तन और आतंकी भर्ती का आरोप; दो गिरफ्तार

03:49 PM Jun 30, 2025 | Rajan Chaudhary

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)। प्रयागराज जिले की एक 15 वर्षीय दलित किशोरी को बहला-फुसलाकर केरल ले जाकर जबरन धर्म परिवर्तन कराने और आतंकी गतिविधियों में शामिल करने का दबाव बनाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए एक कथित कट्टरपंथी नेटवर्क का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।

पुलिस के अनुसार, यह साजिश तब उजागर हुई जब किशोरी केरल में उनके चंगुल से भाग निकली और स्थानीय पुलिस की मदद से अपनी मां से संपर्क किया। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

HT में छपी रिपोर्ट के अनुसार, डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि 8 मई को फुलपुर क्षेत्र के गांव से यह लड़की कथित रूप से बहला-फुसलाकर ले जाई गई थी। किसी तरह वह त्रिशूर रेलवे स्टेशन पहुंची और वहां से अपनी मां को फोन किया।

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डीसीपी ने कहा, “किशोरी को जिहादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा रहा था। केरल से संपर्क करने के बाद उसे प्रयागराज वापस लाया गया और फिलहाल उसे सुरक्षा के लिहाज से वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है।”

पुलिस ने 19 वर्षीय दरख्शा बानो और मोहम्मद कैफ को गिरफ्तार किया है। इनके अलावा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है, जिसने पीड़िता के परिवार को फोन पर धमकी दी थी।

प्रारंभिक पूछताछ में किशोरी ने बताया कि उसी गिरोह द्वारा अन्य नाबालिग लड़कियों को भी निशाना बनाकर भर्ती करने की कोशिश की जा रही थी।

26 जून को पीड़िता की मां ने फुलपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाया गया। पुलिस के पास पहुंचने के बाद उन्हें अज्ञात नंबर से धमकी भरे कॉल भी आए।

डीसीपी गुनावत के मुताबिक, लड़की को पहले पैसों का लालच देकर कुछ संदिग्ध लोगों से मिलवाया गया, फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और बाद में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का दबाव बनाया गया।

पीड़िता के बयान के अनुसार, कैफ ने उसे मोटरसाइकिल से प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया और इस दौरान उसके साथ छेड़छाड़ भी की। इसके बाद दरख्शा बानो उसे ट्रेन से दिल्ली और फिर केरल लेकर गई, जहां उसे कट्टरपंथी नेटवर्क से जुड़े अज्ञात लोगों से मिलवाया गया।

डीसीपी ने कहा कि आरोपी एक संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे थे, जो लड़कियों को गुमराह कर उन्हें राष्ट्र-विरोधी और आतंकी गतिविधियों में धकेलने की साजिश रच रहे थे।

पुलिस ने मामले की गहन जांच के लिए तीन विशेष टीमें गठित की हैं, जो पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने में जुटी हैं।