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दलित युवक ने मंदिर में रखा कदम, सामने आए जाति के ठेकेदार — फिर जो हुआ उसने पूरे गांव को हिला दिया!

तुमकुरु (कर्नाटक): कर्नाटक के तुमकुरु ज़िले में स्थित राम अंजनेय मंदिर में एक 26 वर्षीय दलित युवक को प्रवेश से रोकने के मामले में वोक्कालिगा समुदाय के दो लोगों के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह घटना शनिवार को हुई थी, जिसके बाद इलाके में जातीय तनाव फैल गया।

यह घटना मडुगिरी तालुक के डोड्डेरी होबली के कवनदला गांव में हुई। पुलिस के अनुसार, दलित युवक और वर्चस्वशाली समुदाय के लोगों के बीच हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सी. गोपाल ने बताया, "दलित युवक स्वामिनाथ ने सोमवार को शिकायत दर्ज कराई, जिसमें जातीय भेदभाव का आरोप लगाया गया है। उनकी शिकायत के आधार पर वोक्कालिगा समुदाय के दो लोगों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।"

पुलिस ने आरोपियों की पहचान गिरीअन्ना गौड़ा (42) और अनंथ गौड़ा (32) के रूप में की है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शनिवार की शाम जब स्वामिनाथ मंदिर में पूजा के लिए प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे, तब उन्हें कथित रूप से रोका गया। आरोप है कि आरोपियों ने उनसे कहा कि उनके समुदाय (अनुसूचित जाति) के लोग "परंपरागत रूप से मंदिर में प्रवेश नहीं करते हैं और अब भी नहीं करना चाहिए।"

शिकायत के अनुसार, स्वामिनाथ ने जवाब देते हुए कहा, "जब गांव के सभी लोग अंदर बैठे हैं तो मैं क्यों बाहर रहूं? संविधान सबको समान अधिकार देता है। अगर आप जा सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं? क्या आप संविधान का सम्मान नहीं करते?"

इस घटना के बाद रविवार को गांव में वोक्कालिगा और दलित समुदायों के बीच एक शांति बैठक भी आयोजित की गई।

स्वामिनाथ ने पहले रविवार को बदवनाहल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन गांव के कुछ लोगों के दबाव में उन्होंने शिकायत वापस ले ली और शांति बैठक में हिस्सा लिया। हालांकि, सोमवार को उन्होंने फिर से शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

पुलिस ने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में बनी हुई है।

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