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दलित महिलाओं की पिटाई में पुलिसकर्मियों का शर्मनाक चेहरा आया सामने! 5 पुलिसकर्मी बर्खास्त, जानिए क्या हुआ था!

मेरठ, उत्तर प्रदेश — मेरठ के इंचोली क्षेत्र में एक ज़मीन विवाद के दौरान दलित महिलाओं को कथित रूप से पिटाई करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पांच पुलिसकर्मियों को उनके पदों से हटा दिया गया है। यह घटना रविवार दोपहर को हुई थी और इसके बाद लोगों में आक्रोश उमड़ पड़ा।

वायरल वीडियो में एक पुलिस टीम को सुषिल कुमार और अनिल कुमार नामक दो भाइयों के घर में घुसते हुए और एक बेकार पड़ी ज़मीन पर चल रहे विवाद के बीच महिलाओं को डंडों से पिटते हुए दिखाया गया है।

पीड़िता कविता देवी ने घटना के बारे में बताते हुए कहा, "जब हमारे बीच ज़मीन को लेकर विवाद हो रहा था, पुलिस हमारे घर में घुस आई और जब हमने उनके आदेशों का पालन नहीं किया, तो उन्होंने हमें बेरहमी से डंडों से मारा। इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, अधिकारियों ने पहले हमारे खिलाफ मुकदमे दर्ज किए और सुषिल, अनिल और मेरी सास को जेल भेज दिया।"

इस घटना के बाद भीम आर्मी सेना के सदस्य, समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान और सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने विरोध प्रदर्शन किए और आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की।

मेरठ पुलिस ने पुष्टि की कि जिन पांच पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में भेजा गया है, उनमें इंचोली थाना प्रभारी नितिन पांडे, लावड़ चौकी प्रभारी उप निरीक्षक इंद्रेश विक्रम सिंह, उप निरीक्षक सुमित गुप्ता और पवन सैनी, और कांस्टेबल मोहम्मद वसीम शामिल हैं।

मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. विपिन ताड़ा ने इस मामले की विभागीय जांच का आदेश दिया है, जो SP (क्राइम) अवनीश कुमार द्वारा की जाएगी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुमार की रिपोर्ट के बाद इन पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

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