तमिलनाडू: लापरवाही से कार चलाने का किया विरोध तो दलित छात्र पर जानलेवा हमला

02:32 PM Nov 05, 2024 | Geetha Sunil Pillai

मेलापट्टम, तमिलनाडू - देश के विभिन्न हिस्सों से जातिगत हिंसा की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। कुछ दिन पहले राजस्थान में एक दलित परिवार की महिलाओं के साथ मारपीट की गई और उन्हें अपमानित किया गया. मारपीट की वजह यह थी कि इनमे से एक ने उनकी कॉलोनी में उच्च जाति के पुरुषों द्वारा की गई अश्लील टिप्पणी का विरोध किया था।

कुछ इसी तरह की एक और घटना तमिलनाडु के मेलापट्टम से सामने आई है। TNIE की रिपोर्ट के मुताबिक तिरुनेलवेली के मेलापट्टम गांव में एक 17 वर्षीय दलित छात्र पर पिछड़ी जाति (एमबीसी) के लोगों ने उसके घर में घुसकर दरांती से हमला किया। यह हमला तब हुआ जब छात्र ने उनकी लापरवाह तरीके से कार चलाने को लेकर विरोध किया था।

पीड़ित छात्र अपने माता-पिता और बड़े भाई के साथ रहता है। उसका बड़ा भाई कॉलेज मेंतीसरे वर्ष का छात्र है, जबकि वह खुद पॉलिटेक्निक में दूसरे वर्ष का छात्र है। उसके माता-पिता नौकरी करते हैं और शाम को ही घर लौटते हैं।

हमलावरों ने घर का सामान भी तोड़ा।

सोमवार को दोपहर में, घर के पास एक कार ने उसके पास से तेज गति से गुजरते हुए उसे लगभग टक्कर मार दी। जब उसने कार चालक का विरोध किया तो विवाद हो गया। हालांकि एक राहगीर ने बीच-बचाव कर मामला शांत करा दिया।

लेकिन शाम को वही लोग कुछ और साथियों के साथ उसके घर में घुस आए। माता-पिता की अनुपस्थिति का फायदा उठाते हुए हमलावरों ने छात्र के सिर पर बीयर की बोतल दे मारी और दरांती से हमला किया। उन्होंने घर का सामान भी तोड़ा। पड़ोसियों ने घायल छात्र को तिरुनेलवेली मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया।

पुलिस अधीक्षक एन शिलंबरासन ने बताया कि पुलिस पीड़ित की शिकायत दर्ज कर रही है। पांच से अधिक हमलावर फरार हैं। पिछले साल भी नांगुनेरी में इसी तरह की एक घटना में प्रभावशाली जाति के छात्रों ने एक दलित छात्र और उसकी बहन पर हमला किया था।

मंगलवार को अनुसूचित जाति के लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पिछड़ी जाति के हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़क जाम कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस अधीक्षक एन शिलंबरासन ने खुद मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बातचीत की।