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यूपी: बोरे में मिला दलित महिला का शव, परिवार के आरोपों से गरमाई राजनीति

उत्तर प्रदेश: मैनपुरी जिले के करहल में कंजरा नदी पुल के पास एक दलित महिला का नग्न शव एक बोरे में भरा हुआ मिला। महिला के परिवार ने हत्या के लिए प्रशांत यादव नाम के व्यक्ति पर आरोप लगाया है और बताया कि अपराध के पीछे राजनीतिक मकसद है। पुलिस ने बताया कि प्रशांत और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पीड़िता के परिवार ने यह भी आरोप लगाया है कि हत्या से पहले महिला के साथ बलात्कार किया गया था। परिवार ने दावा किया कि महिला ने करहल उपचुनाव में भाजपा को वोट देने की इच्छा जताई थी, जिससे प्रशांत नाराज हो गया था।

प्रशांत ने कथित तौर पर महिला को समाजवादी पार्टी को वोट न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।

पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि तीन दिन पहले प्रशांत यादव उनके घर आया और उससे पूछा कि वह किस पार्टी को वोट देगी। उसने जवाब दिया कि वह भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल को वोट देगी, क्योंकि उसके परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिला है। इसके बाद यादव ने उसे धमकाया और समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल को वोट देने के लिए कहा।

परिवार के अनुसार, 19 नवंबर को धमकियां दी गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 19 नवंबर को दो संदिग्ध महिला को बाइक पर ले गए थे। बुधवार को उसका शव एक बोरे में मिला।

सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की, उसके बाद महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि, 23 वर्षीय महिला कल रात करहल से लापता हो गई थी। उसका शव आज सुबह मिला। उसके पिता ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, एक प्रशांत यादव और दूसरा मोहन कठेरिया है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।"

महिला की मौत को लेकर भाजपा ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मैनपुरी जिले के करहल में समाजवादी पार्टी के प्रशांत यादव और उनके साथियों ने एक दलित बेटी की सिर्फ इसलिए बेरहमी से हत्या कर दी क्योंकि उसने 'साइकिल' को वोट देने से इनकार कर दिया था।"

समाजवादी पार्टी के करहल से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने कहा कि मामले की गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने पीटीआई समाचार एजेंसी से कहा कि, "यह भाजपा द्वारा समाजवादी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है, जो अक्सर ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहती है। इसका सपा से कोई लेना-देना नहीं है।"

आपको बता दें कि, मैनपुरी जिले में पड़ने वाली करहल सीट पर बुधवार को मतदान हुआ था। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण यह सीट खाली हुई थी।

1993 से समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले इस सीट से पार्टी ने अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा है।

इस बीच, भाजपा ने तेज प्रताप यादव के चाचा अनुजेश यादव को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है। यह सीट दोनों पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है।

इस निर्वाचन क्षेत्र में यादवों की संख्या करीब 1.4 लाख है, जबकि दलितों और मुसलमानों की संख्या करीब 40,000 और 15,000 बताई जाती है।

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