गुजरात: अहमदाबाद ज़िले के दासक्रोई तालुका स्थित बड़ौदा गांव में अंडरग्राउंड बिजली मरम्मत को लेकर शुरू हुआ पड़ोसियों के बीच विवाद जातिसूचक गालियों और मारपीट के आरोपों तक पहुंच गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस के अनुसार, 66 वर्षीय दलित महिला ने आरोप लगाया है कि उसके सवर्ण पड़ोसियों ने उसे और उसकी गर्भवती भतीजी को जातिसूचक शब्दों से गाली दी, शारीरिक रूप से हमला किया और जान से मारने की धमकी दी। यह घटना रविवार शाम को उस समय हुई जब महिला ने अपने घर के पास चल रहे बिजली मरम्मत कार्य में गहराई से खुदाई न करने की चेतावनी दी थी, क्योंकि वहां अंडरग्राउंड वायरिंग होने की आशंका थी।
शिकायत में महिला ने कहा कि जब उसकी बात नहीं मानी गई और काम जारी रहा, तो विवाद बढ़ गया और हिंसा में बदल गया। आरोप है कि पड़ोसियों ने उसकी छड़ी छीन ली और उसके साथ-साथ उसकी भतीजी के साथ भी मारपीट की। महिला का कहना है कि भतीजी के चेहरे और पैरों पर चोटें आई हैं। उसने घटना के तीन वीडियो क्लिप सबूत के तौर पर पुलिस को सौंपे हैं और दो ऐसे लोगों के नाम भी बताए हैं जिन्होंने कथित तौर पर घटना के दौरान बीच-बचाव किया।
दूसरी ओर, पड़ोसियों ने भी पलटकर शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि दलित महिला और उसकी भतीजी ने उनके घर में जबरन घुसपैठ की और लोहे की पाइप व लकड़ी की छड़ी से हमला किया। सवर्ण शिकायतकर्ताओं का कहना है कि उन्हें धमकी दी गई कि उन्हें झूठे अत्याचार के मामले में फंसाकर सोसाइटी से बाहर निकलवाया जाएगा।
विवेकानंदनगर थाने की पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है।