भोपाल। परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के भ्रष्टाचार मामले को लेकर कांग्रेस ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर बड़ा हमला बोला है। रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भोपाल स्थित बंगले का घेराव कर उनके इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार पर भ्रष्टाचार को संरक्षण देने और मामले की सीबीआई जांच न कराने का आरोप लगाया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। प्रदर्शनकारी तख्तियां और बैनर लेकर पहुंचे, जिन पर "भ्रष्टाचार के खिलाफ न्याय दो" और "गोविंद राजपूत इस्तीफा दो" जैसे नारे लिखे थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए।
कांग्रेस की प्रमुख मांग
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सौरभ शर्मा के भ्रष्टाचार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की सीधी भूमिका है।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि मंत्री राजपूत को तत्काल बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ सीबीआई जांच हो।
सौरभ शर्मा के ठिकानों से मिली डायरी और संपत्तियों की जानकारी सार्वजनिक करने की भी मांग उठाई गई।
मामले ने क्यों पकड़ा तूल?
सौरभ शर्मा के यहां लोकायुक्त और आयकर विभाग की छापेमारी में करोड़ों रुपये की संपत्ति मिलने के बाद यह मामला राजनीतिक विवाद का केंद्र बन गया। इसके साथ ही, भोपाल के पास एक फार्म हाउस से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नकद मिलने की घटना ने इसे और गंभीर बना दिया। कांग्रेस का आरोप है कि सौरभ शर्मा की अनुकंपा नियुक्ति से लेकर उनकी अवैध वसूली तक, यह पूरा मामला मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के संरक्षण में हुआ है।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। कांग्रेस नेताओं ने इसे सरकार की दमनकारी नीति करार देते हुए कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदीप अहिरवार: "भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है सरकार"
मध्यप्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने द मूकनायक से बातचीत में कहा कि सौरभ शर्मा के भ्रष्टाचार मामले में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की भूमिका साफ नजर आती है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री और सौरभ शर्मा के बीच गहरी सांठगांठ है, जिसकी पुष्टि डायरी और अन्य सबूतों से होती है। अहिरवार ने कहा, "सरकार भ्रष्टाचारियों को बचा रही है और मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। यदि जल्द ही मंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया और सीबीआई जांच के आदेश नहीं दिए गए, तो कांग्रेस प्रदेशभर में आंदोलन करेगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति से लेकर चेक पोस्टों पर अवैध वसूली तक, यह स्पष्ट है कि यह भ्रष्टाचार मंत्री के संरक्षण में हुआ। "हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दोषियों को सजा मिले और जनता के सामने सच्चाई आए," उन्होंने जोड़ा। अहिरवार ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि कांग्रेस की मांगों को अनदेखा किया गया, तो यह मामला और बड़ा आंदोलन का रूप लेगा।