जयपुर। इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस दौर के फायदे कई हैं, लेकिन नुकसान उससे कई ज्यादा. एक ओर सोशल मीडिया के जरिए गुमनाम चीजें सबके सामने आ रही हैं तो दूसरी ओर इंटरनेट पर वायरल होने के लिए कुछ लोग दूसरों की प्राइवेसी और सम्मान करना भूल रहे हैं.
सोशल मीडिया पर कई तरह के मीम्स लोगों को इतना आहत करते हैं कि वह अपनी जान देने को मजबूर हैं. पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक बुजुर्ग के मीम वायरल हो रहे थे. क्षेत्रवासी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर व्यूज़ और लाइक्स बढ़ाने के लिए बुजुर्ग को परेशान करने लगे. इससे आहत होकर बुजुर्ग ने कोई लोगों के सामने ही फांसी लगाकर जान दे दी.
राजस्थान के फलोदी जिले के लोहावट कस्बे के जोधपुर-फलोदी स्टेट हाईवे पर गेंगहट के निकट रविवार देर शाम को एक वृद्ध ने आत्महत्या कर ली. वृद्ध को पिछले दिनों से अपनी रेहड़ी के साथ भंगार बाबा के नाम से जाना जा रहा था. कई युवाओं ने उनको लेकर इंस्टाग्राम पर मीम की रील्स बनाकर अपलोड किए थे, जिसमें वृद्ध उनसे खीजते हुए कुछ कहते हुए नजर आ रहे हैं. रविवार शाम को भी कुछ लोग उनको चिढ़ा रहे थे. इससे परेशान होकर उन्होंने खुदकुशी कर ली.
जानकारी के अनुसार, करीब 2 महीने पहले एक जापानी महिला पर्यटक मेगुनी राजस्थान घूमने आई थी. एक दिन वो अपने साथियों के साथ मारवाड़ घूमने जा रही थी. उसी दौरान भंगार का काम करने वाला एक बुजुर्ग बाबा हाथ ठेला लेकर आता दिखा. उसी दौरान जापानी पर्यटक मेगुनी के साथी इस बाबा का वीडियो बनाते हुए बोल थे कि 'यह बोलते नहीं हैं.' तभी बाबा बोलते हैं- 'माथो मत खा थारे भंगार देवणो है.'
तभी वीडियो बना रहे युवक कहते हैं- बाबा पानी पीलो. बाबा कहते हैं- मेरे पास पानी घणो ही है थारे पिवणो तो पिला दु. यह कहते हुए बाबा मौके से अपने ठेले को धक्का देते हुए चले जाते हैं.
लोगों ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया और वह तेजी से वायरल हो गया. लाखों लोगों ने यह वीडियो देखा, जिसके बाद से लोग बाबा को परेशान करने लगे. यह बुजुर्ग जहां कहीं दिखता, लोग बाबा का मजाक उड़ाने लगते. इससे आहत होकर बुजुर्ग ने उपरोक्त कदम उठाया।
मौका स्थल पर मिली रेहड़ी
द मूकनायक को लोहावट पुलिस थाना के सहायक उप निरीक्षक शैतानाराम पंवार ने बताया कि घटना की जानकारी पर लोहावट पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया है. मौका स्थल पर एक रेहड़ी मिली, जिसमें कुछ पुराना सामान भी मिला. उसके पास प्रतापराम पुत्र केसराराम प्रजापत निवासी चौहटन बाड़मेर के दस्तावेज मिले हैं.
द मूकनायक को कांस्टेबल सुदामा राम ने बताया कि घटना की सूचना मृतक के परिजनों को रविवार देर रात दे दी गई थी। दोपहर करीब 12 बजे परिजन बाड़़मेर से फलौदी जिला अस्पताल पहुंचे है। उनकी उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर संवेदना का उमड़ा ज्वार
एक ओर जहां मीम्स से परेशान होकर भंगार बाबा को अपनी जान देनी पड़ी। वहीं उनकी मौत की खबर सार्वजनिक होने के बाद लोगों की संवेदना शोसल मीडिया पर फूट पड़ी। लोग तरह-तरह से भंगार बाबा को याद कर रहे हैं। वहीं घटना की भर्त्सना कर रहे है।