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राजस्थान: आदिवासी बालिका का रेप और हत्या के दोषी को फांसी, माता-पिता को 4 वर्ष का कारावास

उदयपुर - मावली क्षेत्र में 8 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या और शव के टुकड़े-2 करने के मामले में विशेष POCSO-2 कोर्ट ने सोमवार 4 नवंबर को ऐतिहासिक फैसला सुनाया। कोर्ट ने मुख्य आरोपी कमलेश राजपूत को फांसी की सजा सुनाई, जबकि साक्ष्य छिपाने में सहयोग करने के आरोप में उसके माता-पिता को चार-चार वर्ष के कारावास की सजा दी गई।

न्यायाधीश संजय भटनागर की अदालत ने यह निर्णय सुनाया। विशेष लोक अभियोजक सैयद हुसैन के अनुसार, मामले में पुख्ता सबूतों के आधार पर कोर्ट ने यह फैसला दिया है। दोषी के माता-पिता किशन कंवर और रामसिंह को भी अपराध में सहयोग का दोषी पाया गया।

कोर्ट से बाहर निकलते समय दोषी कमलेश ने मीडिया के सामने खुद को निर्दोष बताते हुए शोर मचाया और पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। हालांकि, कोर्ट ने सभी सबूतों और गवाहियों के आधार पर उसे दोषी करार दिया है।

यह मामला न केवल उदयपुर बल्कि पूरे राजस्थान में चर्चा का विषय रहा है। इस फैसले से नाबालिगों के खिलाफ अपराध करने वालों को कड़ा संदेश गया है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया था और मजबूत सबूतों के साथ चार्जशीट पेश की थी।

आरोपी कमलेश और उसके माता पिता पुलिस हिरासत में (फाइल फोटो)

आरोपी 21 वर्षीय कमलेश राजपूत ने 29 मार्च 2023 को पडोस में रहने वाली 9 वर्षीय बालिका को चॉकलेट देने के बहाने बुलाया था। उसके साथ बलात्कार और फिर हत्या कर दी। इसके बाद अपने ही घर में धारदार हथियार से लड़की के शरीर के 10 टुकड़े कर दिए। पुलिस के अनुसार आरोपी के माता-पिता ने भी इस जघन्य अपराध में अपने बेटे का साथ दिया था। नाबालिग लड़की की हत्या के बाद शरीर के टुकड़ों को थैले में भर कर घर में छिपा ने तक मां-बाप साथ देते रहे।

खास बात यह है कि 9 साल की बेटी के परिजन व ग्रामीण ढूंढते रहे, लेकिन पीड़ित के पड़ोसी हत्या के आरोपी गुम हुई बेटी के शव के टुकड़ों को अपने घर में छिपाकर अनजान बनने का ढोंग करते रहे। जब शव के टुकड़ों से बदबू उठने लगी तो गांव के एक खण्डहर में फेंक आए। इसका खुलासा तब हुआ जब एक अप्रैल को खण्डहर में शव के टुकड़े मिले।

शव मिलने के बाद पुलिस ने पहले हत्यारोपी कमलेश राजपूत को गिरफ्तार किया। बाद मे उसके माता पिता को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के घर से नाबालिग लड़की की हत्या के उपयोग में लिया गया छुरा भी बरामद हुआ।

हत्याकांड को लेकर सर्व समाज में भारी रोष छाया रहा. आदिवासी और दलित संगठनों के अलावा कई यूनियन, सामाजिक संस्थाओं ने बालिका के लिए न्याय की मांग की. भीम आर्मी उदयपुर और अखिल भारतीय आदिवासी महासभा मावली के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने उदयपुर जिला मुख्यालय पर आक्रोश रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बहुजन संगठनों ने जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक व मावली के उपखण्ड अधिकारी को भी मुख्यमंत्री के नाम अलग-अलग ज्ञापन सौंपे।

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