भोपाल। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 22 वर्षीय ऑर्केस्ट्रा डांसर के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। यह भयावह वारदात बुधवार देर रात हुई, जब पीड़िता अपने साथी के साथ एक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के बाद घर लौट रही थी। रास्ते में कुछ बदमाशों ने उनकी बाइक रोक ली, साथी युवक के साथ मारपीट की और युवती को जबरन जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जब इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने के बजाय पीड़िता के साथी को ही थाने में बैठाकर उससे मारपीट की। यह आरोप पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर लगाया है।
जानिए कैसे हुई घटना?
घटना शितूल गांव में हुई, जहां एक परिवार में धार्मिक अनुष्ठान (बारहो संस्कार) का आयोजन किया गया था। इस मौके पर मनोरंजन के लिए ऑर्केस्ट्रा बुलाया गया था, जिसमें पीड़िता अपनी बहन और अन्य लड़कियों के साथ प्रस्तुति देने पहुंची थी। कार्यक्रम रात करीब 1 बजे समाप्त हुआ, जिसके बाद पीड़िता चार अन्य साथियों के साथ घर लौटने के लिए निकली। वे चार अलग-अलग बाइकों पर थे, और सभी आगे-पीछे चल रहे थे। दो बाइकें आगे निकल चुकी थीं, जबकि तीसरी बाइक पर पीड़िता अपने साथी के साथ सवार थी और चौथी बाइक पर दो अन्य साथी पीछे आ रहे थे।
रात करीब 1:30 बजे जब वे रजमिलान चौराहे के पास पहुंचे, तभी चार बाइकों पर सवार 8-10 बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक कर रोक लिया। युवती के साथी ने जब विरोध किया, तो आरोपियों ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की और उसे सड़क पर छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने पीड़िता को जबरदस्ती बाइक से उतारकर अपने साथ सखौहां शिव मंदिर के पास जंगल में ले गए। वहां छह बदमाशों ने बारी-बारी से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपियों ने युवती का मोबाइल भी छीन लिया, ताकि वह किसी से संपर्क न कर सके।
घटना के तुरंत बाद पीड़िता के साथी और अन्य दोस्तों ने पुलिस को सूचना दी। लेकिन आधे घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। जब पुलिस आई भी, तो उन्होंने सबसे पहले पीड़िता को ढूंढने के बजाय उसके साथियों को ही संदेह की नजर से देखा और उन्हें भदौरा पुलिस चौकी ले जाकर पूछताछ के बहाने बिठा लिया। पीड़िता के दोस्त ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट भी की और उन्हें ही आरोपी बनाने की कोशिश की।
पीड़िता के दोस्त ने बताया, "हमने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल किया, लेकिन पुलिस बहुत देर से आई। हम उम्मीद कर रहे थे कि वे जंगल में जाकर पीड़िता को बचाएंगे, लेकिन इसके बजाय उन्होंने हमें ही पकड़ लिया और मारपीट करने लगे। उन्होंने हमसे कहा कि हमने ही कुछ किया है।"
पीड़िता की आपबीती: ट्रक ड्राइवर से लिफ्ट लेकर पहुंची घर
सुबह 6 बजे आरोपी पीड़िता को उसी हालत में जंगल में छोड़कर फरार हो गए। किसी तरह वह जंगल से निकली और सड़क तक पहुंची, जहां उसे एक ट्रक ड्राइवर मिला। ट्रक ड्राइवर की मदद से वह घर पहुंची और अपनी बड़ी बहन को पूरी घटना बताई। इसके बाद वह अपनी बहन और ऑर्केस्ट्रा ग्रुप के अन्य सदस्यों के साथ माड़ा पुलिस थाने पहुंची, जहां उसने पूरी आपबीती सुनाई। हालांकि, पुलिस ने पूरे दिन टालमटोल किया और तुरंत एफआईआर दर्ज नहीं की। अंततः गुरुवार रात 10 बजे केस दर्ज किया गया और रात 11 बजे के बाद पीड़िता का मेडिकल परीक्षण हुआ।
कार्यक्रम में ही कर रहे थे आपत्तिजनक हरकतें
घटना से पहले ही आरोपी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान भी वे बार-बार डांस करने वाली लड़कियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे और जबरदस्ती डांस करने की मांग कर रहे थे। पीड़िता के साथी युवक ने बताया कि ये आरोपी शितूल गांव से ही पीछा कर रहे थे। युवक ने यह भी बताया कि जब वे लोग घर लौट रहे थे, तो उन्हें अनहोनी की आशंका हुई और इसलिए गांव के पास के एक पेट्रोल पंप पर कुछ देर के लिए रुके। लेकिन वहां भी आरोपी उन पर कमेंट कर रहे थे।
सिंगरौली एसपी मनीष खत्री ने बताया कि छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस मामले में अपने ऊपर लगे आरोपों पर कोई बयान नहीं दिया है। एसपी ने कहा कि मामले की पूरी सच्चाई कोर्ट में पीड़िता के बयान दर्ज होने के बाद ही सामने आएगी।