+

उत्तर प्रदेश: डांसर के साथ अश्लील हरकत करने वाले 70 वर्षीय भाजपा नेता को पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता!

उत्तर प्रदेश के बलिया में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और रसड़ा चीनी मिल के चेयरमैन बब्बन सिंह रघुवंशी को एक अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। बीजेपी उत्तर प्रदेश के महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल द्वारा देर शाम जारी पत्र में कहा गया कि बब्बन सिंह के आचरण से पार्टी की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा है, जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है।

इस घटना ने बीजेपी की नैतिकता और महिला सम्मान के दावों पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब हाल ही में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने बीजेपी मंत्री विजय शाह की कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर 'गटर छाप' टिप्पणी पर स्वत: संज्ञान लेकर FIR दर्ज करवाने के आदेश दिए थे।

मामला क्या है

बब्बन सिंह रघुवंशी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे बिहार के एक वैवाहिक समारोह में एक महिला डांसर के साथ अश्लील हरकत करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में बब्बन सिंह डांसर को अपनी गोद में बैठाकर आपत्तिजनक व्यवहार करते दिख रहे हैं, जबकि वहां मौजूद लोग तालियां बजा रहे हैं। यह वीडियो कथित तौर पर 20 दिन पुराना है, लेकिन हाल ही में वायरल हुआ।

बब्बन सिंह ने इसे साजिश करार दिया और बांसडीह विधायक केतकी सिंह पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनके खिलाफ यह वीडियो बनवाया, क्योंकि उन्हें डर है कि परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह (बब्बन के रिश्तेदार) उन्हें अगले चुनाव में टिकट दिलवा सकते हैं। केतकी सिंह ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।

बीजेपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की। उत्तर प्रदेश बीजेपी के महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल के पत्र में लिखा गया:

"सोशल मीडिया में चल रहे वीडियो और आपके वक्तव्यों के माध्यम से आपके द्वारा किए गए आचरण कृत्य की जानकारी हुई। आपके इस आचरण से पार्टी की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। प्रदेशाध्यक्ष के निर्देशानुसार आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।

पार्टी के इस कदम को विपक्षी दलों और सोशल मीडिया पर चल रही आलोचनाओं के दबाव के तौर पर देखा जा रहा है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया, बीजेपी पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया।

यह घटना बीजेपी के लिए एक और झटका है। हाल ही में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ 'आतंकवादियों की बहन' जैसी टिप्पणी पर एफआईआर का आदेश दिया था। अब बब्बन सिंह का वीडियो पार्टी की कथित नैतिकता और महिला सम्मान के दावों को कटघरे में खड़ा कर रहा है। सोशल मीडिया पर लोग बीजेपी की 'संस्कारी राजनीति' पर तंज कस रहे हैं।

भारतीय पुलिस सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने बृहस्पतिवार को बलिया के वयोवृद्ध भाजपा नेता बब्बन सिंह रघुवंशी से जुड़े वीडियो के सामने आने के बाद बलिया के पुलिस अधीक्षक को पत्र भेज कर मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की।

ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वीडियो की सत्यता की जांच के आदेश देने की अपील की। उन्होंने मांग की कि अगर वीडियो सही पाया जाता है तो सहकारी मिल में रघुवंशी को उनके आधिकारिक पद से हटा देना चाहिए।

बब्बन सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करने की बात कही है, दावा करते हुए कि वीडियो फर्जी है और उनकी छवि खराब करने के लिए बनाया गया। हालांकि, बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि इस तरह के आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए चुनौती बन सकता है, खासकर बलिया जैसे क्षेत्रों में जहां पार्टी की मजबूत पकड़ रही है।

Trending :
facebook twitter