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राजस्थान: MLA जयकृष्ण पटेल रिश्वत मामले में BAP का आरोप—हमारी ताकत से BJP बेचैन, विधायक को फंसाने का रचा खेल!

जयपुर- राजस्थान के इतिहास में पहली बार एक मौजूदा विधायक को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के बागीदौरा (बांसवाड़ा) से विधायक जयकृष्ण पटेल को राजस्थान की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने 20 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई रविवार को जयपुर के ज्योति नगर स्थित विधायक क्वार्टर्स में की गई। जानकारी के अनुसार विधायक के गनमैन के जरिए रिश्वत की पहली किश्त के रूप में 20 लाख रुपए लिए थे। हालांकि गनमैन मौके से फरार है।

ACB के महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले की विस्तृत जानकारी दी। पटेल की गिरफ्तारी ने राजस्थान की सियासत में हलचल मचा दी है। जहां ACB इसे अपनी ऐतिहासिक कार्रवाई बता रही है, वहीं BAP ने इसे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की साजिश करार देते हुए ACB की कार्रवाई पर कई सवाल उठाए हैं।

ACB महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरड़ा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जयकृष्ण पटेल ने विधानसभा में एक खनन कंपनी के मालिक की खदान से जुड़े तीन प्रश्न- संख्या 958, 628 और 950 लगाए थे। 

उठाए गए सवालों को वापस लेने के बदले 2.5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। शुरुआत में विधायक ने 10 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन बातचीत के बाद यह राशि 2.5 करोड़ रुपये पर तय हुई। मेहरड़ा ने कहा, "हमें 4 अप्रैल से इस मामले की शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि विधायक ने खनन कार्यों से संबंधित सवालों को विधानसभा से हटाने के लिए रिश्वत मांगी।"

मेहरड़ा के अनुसार, ACB ने शिकायत की जांच के बाद ट्रैप ऑपरेशन की योजना बनाई। रविवार सुबह विधायक ने शिकायतकर्ता को जयपुर के विधायक क्वार्टर्स में बुलाया। ACB ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, जो गृह विभाग भी संभालते हैं, से पूर्व अनुमति प्राप्त की। मेहरड़ा ने बताया, "शिकायतकर्ता ने 20 लाख रुपये की नकदी विधायक को सौंपी, जिसके बाद ACB की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। विधायक ने यह नकदी अपने एक सहयोगी को सौंपी, जो मौके से भाग गया। हम उस व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं।"

मेहरड़ा ने यह भी दावा किया कि ACB के पास ऑडियो और वीडियो साक्ष्य हैं जो रिश्वत की मांग और लेनदेन को साबित करते हैं। उन्होंने कहा, "विधायक के हाथों की धुलाई की गई, जिसमें रासायनिक जांच में रिश्वत की राशि के संपर्क की पुष्टि हुई। यह राजस्थान ACB के इतिहास में पहला मौका है जब किसी मौजूदा विधायक को रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया गया है।"

ACB ने बताया कि जयकृष्ण पटेल को जयपुर के झालाना डूंगरी स्थित ACB मुख्यालय में पूछताछ के लिए ले जाया गया है। विधायक से उनके उस सहयोगी के बारे में पूछताछ की जा रही है, जो नकदी लेकर फरार हो गया। ACB ने विधायक के कुछ मोबाइल नंबरों और उनके गनमैन के नंबर को सर्विलांस पर रखा था। मेहरड़ा ने कहा, "हमारे पास पर्याप्त साक्ष्य हैं, और हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे।"

BAP ने इस कार्रवाई को BJP द्वारा रची गई साजिश करार दिया है। पार्टी के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र मीणा ने कहा कि यह कार्रवाई BAP की बढ़ती लोकप्रियता को रोकने का प्रयास है। मीणा ने कहा, "राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में BJP का प्रभाव कम हो रहा है। BAP डेढ़ साल में राजस्थान की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसीलिए यह राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया है।"

मीणा ने शिकायतकर्ता रविंद्र सिंह पर सवाल उठाते हुए कहा, "जिस रविंद्र सिंह ने विधायक पर रिश्वत का आरोप लगाया, उसके पिता ने BJP के टिकट पर टोडाभीम विधानसभा से चुनाव लड़ा था और वह खुद करौली से चुनाव लड़ चुका है। क्या एक विपक्षी विधायक, जो केवल 8 महीने से विधायक है, ऐसे व्यक्ति से रिश्वत लेगा?"

ACB की कार्रवाई पर BAP के सवाल

BAP ने ACB की कार्रवाई की निष्पक्षता पर कई सवाल उठाए हैं। जितेंद्र मीणा ने कहा, "ACB की कार्रवाई संदेह के घेरे में है।" उन्होंने निम्नलिखित बिंदुओं को रेखांकित किया:

  1. क्या पैसा विधायक ने लिया? जवाब है नहीं।

  2. क्या पैसा विधायक के हाथों में मिला? जवाब है नहीं।

  3. क्या पैसा विधायक के आवास पर मिला? जवाब है नहीं।

  4. क्या पैसा विधायक की गाड़ी में मिला? जवाब है नहीं।

  5. क्या कोई नकदी बरामद हुई? जवाब है नहीं।

  6. सवाल पहले ही पूछा जा चुका था: जिस सवाल को वापस लेने की बात हो रही है, वह विधानसभा में पहले ही पूछा जा चुका है। फिर रिश्वत की बात क्यों?

  7. क्या विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति ली गई? क्या विधायक की गिरफ्तारी से पहले विधानसभा अध्यक्ष से लिखित अनुमति ली गई थी?

  8. शिकायतकर्ता की नकदी का स्रोत? क्या शिकायतकर्ता से पूछा गया कि इतनी बड़ी नकदी उनके पास कहां से आई?

मीणा ने यह भी बताया कि हाल ही में बारां जिले के अंतां से BJP विधायक कंवरलाल मीणा को राजस्थान हाईकोर्ट ने अयोग्य घोषित किया था, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने अभी तक उन्हें बर्खास्त नहीं किया। इसके विपरीत, जयकृष्ण पटेल को बिना लिखित आदेश के गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा, "यह सारा खेल BJP ने ACB की आड़ में खेला है, लेकिन हम झुकेंगे नहीं।"

BAP ने दावा किया कि इस साजिश में दक्षिणी राजस्थान से BJP के एक लोकसभा प्रत्याशी और पूर्वी राजस्थान से एक विधायक प्रत्याशी शामिल हैं। मीणा ने कहा, "हम न डरे हैं और न डरेंगे। हम अपने विधायक जयकृष्ण पटेल के साथ खड़े हैं। कल तक इंतजार करें, हम सारे साजिशकर्ताओं के नाम उजागर करेंगे।"

पार्टी ने यह भी कहा कि जयकृष्ण पटेल लंबे समय से भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। वे TAD खाद्यान घोटाले की ACB जांच और कमीशनखोरों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर चुके हैं। मीणा ने कहा, "एक ओर विधायक भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे थे, और आज उन्हें ही घूसखोरी के मामले में फंसाया जा रहा है। यह विडंबना है।"

जयकृष्ण पटेल का राजनीतिक सफर

जयकृष्ण पटेल बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा विधानसभा सीट से पहली बार विधायक चुने गए। यह सीट 2024 में हुए उपचुनाव के बाद खाली हुई थी, जब कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने BJP में शामिल होने के लिए इस्तीफा दे दिया था। उपचुनाव में पटेल ने BJP के उम्मीदवार सुभाष तंबोलिया को 1,22,573 वोटों से हराया था। BAP के पास राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में चार विधायक हैं, और पार्टी दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी क्षेत्रों में तेजी से उभर रही है।

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