पटना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार के रोहतास जिले से ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत करेंगे। यह यात्रा राज्य में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के विरोध में निकाली जा रही है। कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि इस प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं हो रही हैं।
यह ऐलान उस समय हुआ है जब विपक्ष SIR के खिलाफ अपना आंदोलन तेज कर रहा है और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठा रहा है। बुधवार को एआईसीसी के महासचिव (संगठन) एवं सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने रोहतास के सासाराम में INDIA गठबंधन नेताओं के साथ बैठक कर यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया।
वेणुगोपाल ने बाद में ‘एक्स’ पर लिखा —
“लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई सड़कों पर लड़ी जाएगी! 17 अगस्त से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी और INDIA गठबंधन के नेता बिहार में ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरू करेंगे — खतरनाक SIR प्रक्रिया के खिलाफ और ‘वोट चोरी’ के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करने के लिए।इसी संदर्भ में आज सासाराम में INDIA गठबंधन नेताओं से मुलाकात कर तैयारियों, जन-संपर्क और समन्वय की समीक्षा की।”
गांधी मैदान में होगा समापन
यह यात्रा बिहार विधानसभा चुनाव से पहले INDIA गठबंधन के प्रचार अभियान को मजबूती देगी। राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और अन्य वरिष्ठ नेता संयुक्त जनसभाओं को संबोधित करेंगे। यात्रा का मार्ग ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के रूट से मिलता-जुलता हो सकता है।
यात्रा का समापन 11 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में विशाल रैली के साथ होगा। कांग्रेस पहले ही ‘वोट चोरी’ को “करो या मरो” जैसा मुद्दा बताते हुए जनता तक पहुंचने के लिए रोडमैप पेश कर चुकी है, जिसमें 14 अगस्त की शाम ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल मार्च’ जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।
तेजस्वी का चुनाव आयोग और BJP पर आरोप
तेजस्वी यादव ने कहा कि INDIA गठबंधन नेता जनता के बीच जाकर SIR में हो रही अनियमितताओं को उजागर करेंगे, जो विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले की जा रही हैं। उनका आरोप है कि चुनाव आयोग, कथित रूप से बीजेपी के साथ मिलकर, महागठबंधन समर्थकों के नाम मतदाता सूची से हटा रहा है और कुछ बीजेपी नेताओं को दो-दो EPIC कार्ड जारी कर रहा है।
तेजस्वी लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, जिसमें वे SIR में हो रही कथित गड़बड़ियों के सबूत पेश करने का दावा करते हैं। उनका कहना है कि SIR चुनाव का बड़ा मुद्दा बनेगा, क्योंकि इसका मकसद “गरीबों के वोट के अधिकार को छीनना” है।
राहुल गांधी पर जान के खतरे की अर्जी, फिर वापसी का ऐलान
एक अन्य घटनाक्रम में, पुणे की विशेष MP/MLA अदालत में बुधवार को एक अर्जी दाखिल की गई, जिसमें दावा किया गया कि राहुल गांधी को विनायक दामोदर सावरकर के समर्थकों से जान का खतरा है। हालांकि, कांग्रेस नेता के वकील ने बाद में स्पष्ट किया कि यह अर्जी राहुल गांधी की सहमति के बिना दायर की गई थी और इसे वापस लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुरुवार को अर्जी वापसी के लिए एक और आवेदन दिया जाएगा।