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MP: ग्वालियर से गूंजी 'संविधान बचाओ' की हुंकार, कांग्रेस ने की बड़े अभियान की शुरुआत

भोपाल। मध्य प्रदेश में संविधान और जनहित के मुद्दों पर कांग्रेस ने बड़ा अभियान शुरू किया है। इसी क्रम में सोमवार को ग्वालियर में प्रदेश स्तरीय 'संविधान बचाओ रैली' का आयोजन किया गया। वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के समीप मैदान पर आयोजित इस रैली में हजारों कार्यकर्ता और समर्थक जुटे। कार्यक्रम की शुरुआत राघौगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह ने "जय बापू, जय भीम, जय संविधान" के उद्घोष के साथ की।

जयवर्धन सिंह ने अपने संबोधन में कहा, "हम राहुल गांधी के बब्बर शेर हैं। संविधान पर हो रहे हमलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम सड़क से सदन तक संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करेंगे।" उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकारों पर जनविरोधी नीतियां अपनाने, महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाने तथा संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।

कार्यक्रम में कई युवा नेताओं ने भी अपने विचार रखे और केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए आम जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। रैली में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, सांसद अशोक सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता कुछ ही समय में पहुंचने वाले थे।

नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा सरकार पर किया हमला

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने भाषण में कहा कि आज देश एक कठिन दौर से गुजर रहा है, जहां संविधान की आत्मा पर बार-बार प्रहार किए जा रहे हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि संविधान केवल एक किताब नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के अधिकारों और सम्मान की गारंटी है। यदि संविधान कमजोर होगा तो देश की आम जनता के अधिकार भी छिन जाएंगे। सिंघार ने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि वे न सिर्फ अपने अधिकारों के लिए जागरूक रहें, बल्कि संविधान की मूल भावना — न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व — की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता संविधान की रक्षा के लिए समर्पित है और हम सब मिलकर देश के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत बनाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे।

तीन चरणों में चलेगा आंदोलन का कारवां

कांग्रेस ने ग्वालियर रैली के साथ प्रदेशव्यापी आंदोलन की रूपरेखा भी जारी की है। इसके तहत जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए तीन स्तर पर अभियान संचालित किए जाएंगे।

1. जिलास्तर पर 'संविधान बचाओ' और 'महंगाई विरोधी' रैलियां (3 से 10 मई)

ग्वालियर रैली के बाद 30 अप्रैल तक विभिन्न स्थानों पर 'संविधान बचाओ रैलियां' आयोजित की जाएंगी। इसके बाद 3 से 10 मई के बीच प्रदेश के सभी जिलों में महंगाई, बेरोजगारी, कृषि संकट जैसे मुद्दों के खिलाफ रैलियां निकाली जाएंगी। कांग्रेस कार्यकर्ता जिले-जिले में जनता को वर्तमान सरकार की विफलताओं के प्रति जागरूक करेंगे।

2. विधानसभा क्षेत्रों में 'जनजागरण अभियान' (11 से 17 मई)

11 मई से 17 मई तक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में रैलियां निकालकर जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान आम लोगों को संवैधानिक अधिकारों पर हो रहे हमलों और संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग के बारे में बताया जाएगा। इन अभियानों का नेतृत्व क्षेत्रीय नेता और सामाजिक कार्यकर्ता करेंगे।

3. घर-घर संवाद अभियान (20 से 30 मई)

20 मई से कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर महंगाई, बेरोजगारी, और संवैधानिक अधिकारों के हनन जैसे मुद्दों पर संवाद स्थापित करेंगे। 30 मई तक साहित्य वितरित किया जाएगा और सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस अभियान को व्यापक रूप दिया जाएगा। कार्यकर्ता जनता को संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए जागरूक करने के साथ ही मौजूदा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाएंगे।

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