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MP: मंत्री विजय शाह को मिला सहयोगी मंत्री प्रतिमा बागरी का समर्थन, कहा- 'शाह के बयान को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया'

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विजय शाह बीते दिनों अपने एक बयान को लेकर चौतरफा आलोचनाओं में घिर गए हैं। उनका बयान सेना की कर्नल रैंक की अधिकारी सोफिया कुरैशी के बारे में था, जिसे न केवल अपमानजनक बताया गया, बल्कि जबलपुर हाईकोर्ट ने इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश भी दे दिया। अब इस मामले ने एक नया मोड़ तब लिया जब राज्य सरकार में राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी मंत्री विजय शाह के बचाव में सामने आ गईं।

प्रतिमा बागरी का बयान: "बयान में अपमानित करने की मंशा नहीं थी"

मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले के दौरे पर पहुंचीं नगरीय विकास व आवास विभाग की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि मंत्री विजय शाह के बयान का उद्देश्य किसी को अपमानित करना नहीं था। उन्होंने कहा कि “शब्दों का चयन गलत जरूर हो सकता है, लेकिन उनकी मंशा वैसी नहीं थी जैसी प्रस्तुत की गई।”

राज्यमंत्री ने आगे कहा कि विजय शाह ने पहले ही सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली है और यदि आगे भी किसी स्थिति में माफी मांगने की जरूरत पड़ी तो वे इसके लिए तैयार हैं। प्रतिमा बागरी के अनुसार, मंत्री शाह के बयान को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया और मीडिया ट्रायल के चलते मामला और अधिक संवेदनशील हो गया।

हाईकोर्ट का सख्त रुख, सुप्रीम कोर्ट की भी फटकार

मंत्री विजय शाह के खिलाफ जबलपुर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए चार घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए। इसके बाद जबलपुर पुलिस ने बुधवार रात 9:15 बजे मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी। एफआईआर विभिन्न धराओं में दर्ज की गई है।

मंत्री शाह ने हाईकोर्ट के इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन उन्हें वहां भी राहत नहीं मिली। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) ने सुनवाई के दौरान मंत्री के वकील से कहा कि “आपके मुवक्किल एक संवैधानिक पद पर आसीन हैं, उन्हें अपने कर्तव्यों की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।”

मंत्री विजय शाह के बयान को लेकर मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाते हुए बीजेपी पर हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बयान देते हुए कहा कि “बीजेपी की मानसिकता ही ऐसी है, वह अपने नेताओं को बचाना चाहती है।” उन्होंने यह भी मांग की कि विजय शाह को तत्काल मंत्रिमंडल से बाहर किया जाए।

कांग्रेस प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने द मूकनायक से बातचीत में कहा, कि यदि कोई आम व्यक्ति सेना की अधिकारी के बारे में इस तरह का बयान देता, तो अब तक उसे जेल में डाल दिया गया होता। उन्होंने सवाल उठाया कि एक मंत्री होने के नाते विजय शाह को क्या विशेष छूट मिलनी चाहिए?

एससी कांग्रेस अध्यक्ष ने की मंत्री विजय शाह से इस्तीफे की मांग

मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने राज्य सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर विरोध किया है। उन्होंने मंत्री विजय शाह को फोन कर कहा कि उनका बयान न केवल असंवेदनशील है, बल्कि इससे पूरे देश की जनता, विशेषकर सेना और महिलाओं का अपमान हुआ है, इसलिए वह इस्तीफा दे दें।

प्रदीप अहिरवार ने मंत्री विजय शाह से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उन्हें पद की गरिमा बनाए रखने के लिए तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जो व्यक्ति देश की रक्षा करने वाले सैनिकों और महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाता है, उसे सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

अब तक का घटनाक्रम

  • विजय शाह ने एक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की।

  • बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे विरोध बढ़ा।

  • जबलपुर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए चार घंटे में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।

  • जबलपुर पुलिस ने 9:15 बजे रात एफआईआर दर्ज की।

  • विजय शाह ने आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जहां उन्हें फटकार लगी।

  • बीजेपी की राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने उनके समर्थन में बयान दिया।

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