+

MP: नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- 'यह सरकार जनता की नहीं, घोटालों की सरकार है', खाद की किल्लत को लेकर भी उठाए सवाल!

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने गुरुवार को राजधानी भोपाल में एक प्रेस वार्ता के दौरान राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “यह सरकार जनता की नहीं, बल्कि भ्रष्टाचारियों की सरकार है।” सिंघार ने राज्य स्तरीय पर्यावरण प्रभाव आंकलन प्राधिकरण (SEIAA) से लेकर स्मार्ट मीटर, खाद संकट और मुख्यमंत्री की विदेश यात्रा जैसे कई अहम मुद्दों पर सरकार पर सवाल उठाए हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि SEIAA के माध्यम से बिना नियमों का पालन किए 400 से अधिक परियोजनाओं को मंजूरी दी गई, जिससे हज़ारों करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि इन मंजूरियों के लिए उद्योगपतियों से 3 से 5 करोड़ रुपए तक वसूले गए, जिससे कुल मिलाकर 2000 से 3000 करोड़ रुपए की अनियमित वसूली हुई।

नेता प्रतिपक्ष ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाए राज्य के मुख्य सचिव ने SEIAA की बैठक क्यों नहीं बुलाई, नवनीत कोठारी ने श्रीमन शुक्ला के कहने पर मंजूरी क्यों दी, यह भारी-भरकम पैसा आखिर किसकी जेब में गया? उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री ने इन अफसरों को पद पर क्यों बनाए रखा?

आरोप लगाते हुए सिंघार ने कहा, “नवनीत कोठारी और श्रीमन शुक्ला के कार्यकाल की न्यायिक जांच होनी चाहिए। सरकार की चुप्पी दर्शाती है कि पूरा तंत्र इस घोटाले में संलिप्त है।”

किसानों को फिर भरोसे पर छोड़ा

सिंघार ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश में खाद की भारी किल्लत है और सरकार इसे लेकर कोई कदम नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि, “भाजपा सरकार किसानों के प्रति कभी गंभीर नहीं रही। किसान संघ भी अब किसानों की समस्याओं से किनारा कर चुका है। मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि प्रदेश में अब तक कितना खाद आयात किया गया।”

उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री जी, कृपया किसानों का दर्द समझिए। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो आगामी रबी और खरीफ दोनों सीजन संकट में आ जाएंगे।”

सैर-सपाटे के नाम पर जनता की कमाई की बर्बादी: सिंघार

नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री की UAE यात्रा पर भी तंज कसा और कहा कि यह यात्रा केवल दिखावे और फिजूलखर्ची का उदाहरण है। “पूरी दुनिया UAE में निवेश कर रही है, लेकिन मुख्यमंत्री UAE से निवेश लाना चाहते हैं। यह हास्यास्पद है। यह यात्रा प्रदेश के लिए लाभदायक नहीं बल्कि खर्चीली साबित हो रही है।”

उन्होंने कहा, “यह यात्रा जनता के टैक्स के पैसों से की जा रही है। मुख्यमंत्री को बताना होगा कि इस दौरे से अब तक क्या प्रत्यक्ष लाभ हुआ?”

अडानी समूह की भूमिका पर सवाल है?

उमंग सिंघार ने स्मार्ट मीटर की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को जितनी बिजली मिल रही है, उससे ज्यादा बिल भेजे जा रहे हैं। उन्होंने इस पूरे मामले को ‘वसूली घोटाले’ की संज्ञा दी।

उन्होंने कहा, बिजली कम मिल रही है, लेकिन मीटर बहुत तेज़ी से चल रहा है। जनता को उसके उपभोग के मुताबिक ही बिल क्यों नहीं दिया जा रहा? "क्या इन स्मार्ट मीटरों के पीछे कॉरपोरेट हित, विशेषकर अडानी समूह की कोई भूमिका है?"

सिंघार ने आगे कहा: “यह ‘स्मार्ट मीटर’ नहीं, ‘वसूली मीटर’ है। हम इस विषय को विधानसभा के मानसून सत्र में पूरी ताकत से उठाएंगे।”

सदन में सरकार को घेरेगी कांग्रेस

नेता प्रतिपक्ष ने साफ कहा कि कांग्रेस हर एक मुद्दे को विधानसभा के मानसून सत्र में उठाएगी। उन्होंने कहा, “जनता अब चुप नहीं बैठेगी। हर घोटाले का हिसाब लिया जाएगा। सरकार को बताना होगा कि जनता की मेहनत की कमाई किस जेब में जा रही है।”

facebook twitter