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मोदी की 'माँ को गाली' विवाद के बीच दलित महिला की साड़ी उतारने की धमकी देने वाले मनुवादी नेता की PM के साथ फोटो हुई वायरल; विरोधी बोले- अब कहाँ गया...!

नई दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी इन दिनों बिहार में अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर विपक्ष पर हमलावर है। लेकिन पार्टी की महिला सम्मान की बातों पर सवाल तब उठने लगे जब हाल ही में भाजपा में शामिल हुए नेता आशुतोष कुमार की प्रधानमंत्री मोदी के साथ तस्वीरें वायरल हुईं।

आशुतोष कुमार  ब्राह्मण भूमिहार एकता मंच के राष्ट्रीय संयोजक हैं और हाल ही में भाजपा ज्वाइन किया है। आशुतोष ने जून 2025 में दलित समुदाय की राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की प्रवक्ता सारिका पासवान पर सेक्सिस्ट और आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने सारिका को सड़कों पर निर्वस्त्र घुमाने की धमकी दी थी। इस घटना ने सोशल मीडिया पर #BJPHypocrisy को सुखियों में ला दिया है, जहां लोग मणिपुर की घटना और सोनिया गांधी को लेकर पूर्व में किये गए भद्दे कमेंट्स आदि याद दिलाकर भाजपा की दोहरी नीति की तीखी आलोचना कर रहे हैं। विरोधी पूछ रहे हैं - अब भाजपा का महिला सम्मान कहाँ गया? क्या केवल प्रधानमंत्री की माँ को गाली देना ही महिला का अपमान है, क्या देश की दूसरी बहू बेटियों पर भद्दे कमेंट्स करने वाले महिला सम्मान की बात करने योग्य हैं?

बिहार में कांग्रेस की 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां हीराबेन को लेकर अपमानजनक बात की। इस पर मोदी ने 2 सितंबर को एक भावुक पोस्ट में कहा था, "मेरी मां सशरीर अब इस दुनिया में नहीं हैं, उनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था। फिर भी उन्हें भद्दी गालियां देकर अपमानित किया गया। यह दुख मुझे बिहार की माताओं-बहनों और बेटियों के आंसुओं में दिखा।" उन्होंने इसे सभी महिलाओं का अपमान बताते हुए आरजेडी और कांग्रेस को निशाने पर लिया।

भाजपा ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, "कांग्रेस, जो कभी महात्मा गांधी के सिद्धांतों से जुड़ी थी, अब गाली-गलौज करने वाली पार्टी बन गई है। यह शर्मनाक है।" केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी इसे बिहार की गरिमा पर हमला बताया। भाजपा समर्थकों ने सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को 'मातृ शक्ति' का अपमान बताकर प्रचारित किया और 4 सितंबर को बिहार बंद का ऐलान किया।

इस बीच, फैक्ट-चेकर मोहम्मद जुबैर ने आशुतोष कुमार के जून 2025 के एक डिलीटेड सोशल मीडिया पोस्ट को उजागर किया, जिसमें उन्होंने आरजेडी प्रवक्ता सारिका पासवान पर सेक्सिस्ट टिप्पणी करते हुए उन्हें सड़कों पर निर्वस्त्र घुमाने की धमकी दी थी। इस पोस्ट के बाद पटना के एससी-एसटी पुलिस स्टेशन में आशुतोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। सारिका ने शिकायत में कहा कि यह टिप्पणी न केवल लैंगिक बल्कि जातिगत आधार पर भी अपमानजनक थी।

आशुतोष ने सफाई दी कि उनकी टिप्पणी का कोई जातिगत आधार नहीं था और अगर सारिका की जगह कोई और होती, तो भी उनकी प्रतिक्रिया यही होती। लेकिन इस विवाद के बावजूद, आशुतोष हाल ही में भाजपा में शामिल हुए और उनकी प्रधानमंत्री मोदी के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। तस्वीरों में मोदी उन्हें झुककर नमस्कार करते दिख रहे हैं, जिसे विपक्ष और सक्रियतावादी भाजपा की पाखंडिता का प्रतीक बता रहे हैं।

आरजेडी नेत्री प्रियंका भारती ने एक सार्वजनिक बहस में भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, " जिस शख्स के सामने मोदी हाथ जोड़े खड़े है, वो व्यक्ति दलित समाज से आने वाली प्रवक्ता 'सारिका पासवान जी' के बारे में बोलता है कि "इसका साड़ी खोल कर सड़क पर घुमाया जाएगा.." इस व्यक्ति को पार्टी में मोदी जी शामिल कराकर देश की दलित महिलाओं को निर्वस्त्र करने का समर्थन करते है?"

सारिका पासवान ने कहा, " भाजपा अपने पार्टी में बलात्कारीयों और महिलाओं के प्रति घृणित मानसिकता रखने वाले व्यक्ति को हमेशा प्रथम पंक्ति भी रखती है समय-समय पर रिवॉर्ड भी देती है महिलाओं के साथ अपराध करो और फिर भाजपा के साथ जुड़ जाओ, बिहार पुलिस एससी एसटी केस लगाती है और भूल जाती है..भूलना भी लाजमी है भाई,मोदी जी झुक के प्रणाम कर रहे हैं बिहार पुलिस की क्या मजाल जो छू ले वह क्या सीन है, क्या महिला सम्मान है वाह मोदी जी वाह।"

ट्राइबल आर्मी के अपने पोस्ट में बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला को पद से नहीं हटाये जाने का जिक्र किया जिन्होंने सार्वजनिक रूप से महिला के लिए अपशब्द कहे। इसी तरह मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं को अर्धनग्न क्र घुमाये जाने वाली दुखद घटना की यादें भी सोशल मीडिया पर ताजा हो रही हैं जिसपर मोदी की चुप्पी को टारगेट किया जा रहा है.

ट्राइबल आर्मी के फाउंडर हंसराज मीणा की एक पोस्ट के मुताबिक, " इस तर्क से देखें तो मणिपुर में केवल दो आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर अपमानित नहीं किया गया, बल्कि पूरे देश की करोड़ों महिलाओं को नग्न किया गया था।" मणिपुर में मई 2023 में हुई जातीय हिंसा के दौरान दो महिलाओं को भीड़ ने नग्न करके घुमाया और उनका यौन उत्पीड़न किया। इस घटना का वीडियो जुलाई 2023 में वायरल होने के बाद पूरी दुनिया में इसकी निंदा हुई लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर का दौरा नहीं किया।

आशुतोष कुमार के भाजपा में शामिल होने और मोदी के साथ उनकी तस्वीर ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। #BJPHypocrisy और #ModiHypocrisy जैसे हैशटैग डाले जा रहे हैं। यूजर्स पूछ रहे हैं कि अगर भाजपा महिला सम्मान की बात करती है, तो आशुतोष जैसे नेताओं को क्यों बढ़ावा दे रही है? एक यूजर ने लिखा, "मोदी मणिपुर की महिलाओं पर चुप रहे, लेकिन अपनी मां पर टिप्पणी होने पर भावुक हो गए। यह दोहरापन नहीं तो क्या है?"

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है, जहां महिला वोटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

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