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लालू यादव के पैर के पास रखी गई अंबेडकर की तस्वीर! वायरल वीडियो पर मचाया बवाल — अनुसूचित जाति आयोग ने भेजा नोटिस

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के 78वें जन्मदिन समारोह का एक वीडियो वायरल होने के बाद बिहार की राजनीति में तूफान खड़ा हो गया है। वीडियो में पार्टी का एक कार्यकर्ता डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लालू यादव को भेंट करता दिख रहा है, जिसे उनके पैरों के पास रख दिया जाता है। लालू यादव उस दौरान तस्वीर खिंचवाते रहे और फोटो वहीं रखा रहा।

यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल होते ही भाजपा और एनडीए के नेताओं ने लालू यादव पर “संविधान निर्माता का अपमान” और “दलितों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने” का आरोप लगाया।

भाजपा ने बताया "काला अध्याय", माफी की मांग

बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने इसे "डॉ. अंबेडकर और दलित समाज का अपमान" बताते हुए आरजेडी प्रमुख से सार्वजनिक माफी की मांग की। उन्होंने कहा, "लालू जी के जन्मदिन पर बाबा साहेब अंबेडकर का ऐसा अपमान लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। यह घटना आरजेडी के इतिहास का काला अध्याय है और दर्शाती है कि कैसे दलितों के वोट का उपयोग कर उनके आदर्शों को नजरअंदाज किया जाता है।"

पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा, "अंबेडकर जी की तस्वीर पैरों के पास रखना हमारे भगवान का अपमान है। लालू जी ने सभी वर्गों का अपमान किया है। यह समाज देख रहा है और समझ रहा है।"

भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इसे "संविधान का घोर अपमान" बताया और कहा कि यह घटना "सामंती मानसिकता" को दर्शाती है।

लोजपा (रामविलास) की सांसद शंभवी चौधरी ने भी आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी लगातार दलितों और महादलितों को भ्रमित करती आई है। उन्होंने सवाल किया, "अगर आरजेडी को अंबेडकर जी का सम्मान है तो तस्वीर उनके पैरों के पास क्यों रखी गई? लालू यादव ने उसे हटाने की कोशिश तक नहीं की।"

आरजेडी का बचाव: "वीडियो को गलत तरीके से पेश किया गया"

इन आरोपों के जवाब में आरजेडी ने इन्हें "राजनीतिक साजिश" करार देते हुए खारिज कर दिया। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "यह वीडियो जानबूझकर गलत तरीके से पेश किया गया है। भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए दलित वोटों को ध्रुवीकृत करने की कोशिश कर रही है। लालू जी ने हमेशा सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी है और बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति गहरा सम्मान रखा है।"

अनुसूचित जाति आयोग ने भेजा नोटिस

बढ़ते विवाद के बीच बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग (SCSC) ने लालू प्रसाद यादव को नोटिस जारी किया है। आयोग के उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार मांझी ने 13 जून को यह नोटिस जारी किया, जो 15 जून को सार्वजनिक हुआ।

नोटिस में लिखा है, "आपके जन्मदिन पर आपको और आपके कार्यकर्ता को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की तस्वीर का अपमान करते हुए देखा गया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार प्रसारित हो रहा है।"

"आप 15 दिनों के भीतर इसका जवाब दें, अन्यथा माना जाएगा कि आपने जानबूझकर यह कार्य किया है और आपके खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।"

तेजस्वी यादव ने भाजपा पर बोला हमला

आरजेडी नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने भाजपा पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि यह पूरी साजिश “बेहद दुर्भावनापूर्ण” है। उन्होंने कहा, "भाजपा का अंबेडकर जी के विचारों और सिद्धांतों से कोई लेना-देना नहीं है।"

भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने कहा कि लालू यादव का व्यवहार "अस्वीकार्य और क्षमा के योग्य नहीं" है। उन्होंने आरजेडी को “परिवारवाद में डूबी पार्टी” बताया और कहा, “जो खुद को सामाजिक न्याय का पैरोकार बताता है, वही अंबेडकर जी का अपमान करता है। आरजेडी असल में 'नव-सामंती' मानसिकता वाली पार्टी है।”

बिहार में 100% डोमिसाइल नीति लागू करने का वादा

विवाद के बीच तेजस्वी यादव ने रविवार को सोशल मीडिया पर बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगर बिहार में आरजेडी की सरकार बनी, तो "100 प्रतिशत डोमिसाइल नीति" लागू की जाएगी और सभी सरकारी नौकरियां केवल बिहारवासियों को ही दी जाएंगी।

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