राजस्थान: दलित नेता के राम मंदिर में जाने के बाद मंदिर धुलवाने वाले पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को भाजपा ने किया निष्कासित

10:56 AM Apr 28, 2025 | Rajan Chaudhary

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को "अशिष्टता" का दोषी पाए जाने के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया। आहूजा ने राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और दलित नेता टीका राम जुली के एक मंदिर दौरे के बाद अलवर के एक मंदिर में गंगाजल से "शुद्धिकरण" किया था।

पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया, "भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा की प्राथमिक सदस्यता समाप्त करने का आदेश दिया है, क्योंकि उनके खिलाफ अशिष्टता के आरोप प्रमाणित हुए हैं।"

भाजपा ने बताया कि पार्टी की प्रदेश अनुशासन समिति ने इस मामले की विस्तृत जांच की थी और अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ को सौंपी थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।

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यह विवाद 7 अप्रैल को उस समय शुरू हुआ जब रामगढ़ से पूर्व विधायक रहे आहूजा ने टीका राम जुली की मंदिर यात्रा के बाद अलवर के राम मंदिर में "शुद्धिकरण" किया। आहूजा ने जुली पर "हिंदुत्व विरोधी" और "सनातन विरोधी" होने का आरोप लगाते हुए मंदिर में गंगाजल का छिड़काव किया और "जय सिया राम" का उद्घोष किया। बाद में उन्होंने कहा, "यह भगवान श्रीराम का मंदिर है, जिनके चरणों में मैंने गंगाजल का छिड़काव किया। क्यों किया? क्योंकि कुछ अपवित्र लोग यहां आए थे।"

आहूजा की इस हरकत की चौतरफा निंदा हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना की कड़ी आलोचना की।

हालांकि, आहूजा ने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है और उनका विरोध कांग्रेस पार्टी के खिलाफ था, न कि किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ। उन्होंने कहा, "अगर यह साबित हो जाए कि मैंने कोई गलत काम किया है, तो मैं अपनी मूंछें मुंडवा दूंगा।"