पटना। बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद सहित महागठबंधन में शामिल अन्य दलों के विधायकों ने वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। राजद के विधायकों ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल केंद्र सरकार वापस ले। नीतीश कुमार इस पर चुप्पी तोड़ें और विधानसभा से इसके खिलाफ में प्रस्ताव पारित करें।
राजद के विधायक रणविजय साहू ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल 2024 का हम लोग विरोध कर रहे हैं। महागठबंधन के तमाम साथी तमाम विधायक नीतीश कुमार से पूछना चाहते हैं, जवाब चाहते हैं। वह सिर्फ सेक्युलरिज्म का चादर ओढ़े हैं।
उन्होंने कहा, "जिस तरीके से यह बिल संशोधन के लिए लाया गया है, एक खास वर्ग को, अल्पसंख्यक को जिस तरीके से अपमानित करने का काम किया गया है। महागठबंधन सरकार में जो सम्मान देने का काम हुआ था आज मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के द्वारा अपमानित किया जा रहा है। उसके लिए हम लोग सरकार को घेरने आए हैं।"
इधर, विरोध को लेकर राजद विधायक राकेश रौशन ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल पार्लियामेंट में इंट्रोड्यूस हुआ है। देश के पूरे अल्पसंख्यक समुदाय के लोग कहते हैं वक्फ हमारी मजहबी संस्कृति की परिचायक है।
उन्होंने कहा, "वक्फ में संशोधन करने का मतलब है मुस्लिम पर्सनल लॉ में सरकार हस्तक्षेप करना चाहती है। इसलिए हम लोग चाहते हैं कि अल्पसंख्यकों की भावना को प्रोटेक्ट करते हुए, वक्फ बिल संशोधन बिल केंद्र सरकार वापस ले। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा कहते हैं कि हम अल्पसंख्यकों के हित और उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं, उनसे भी हम लोगों की मांग है वह अपनी चुप्पी तोड़कर पार्टी का और अपना स्टैंड क्लियर करें।"
उल्लेखनीय है कि विपक्ष के विधायकों ने मंगलवार को आरक्षण का दायरा बढ़ाने की मांग को लेकर विधनासभा परिसर में प्रदर्शन किया था।
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