भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रेसवार्ता में कहा, प्रदेश की ज्वलंत समस्याओं को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों, युवाओं और जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकार पूरी तरह असफल साबित हुई है और माफ़िया संरक्षण के सहारे सत्ता चला रही है। सिंघार ने नकली खाद-बीज से किसानों की तबाही, विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों की समस्या, कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को राहत और वोट चोरी की शिकायतों जैसे मुद्दों पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
सिंघार ने कहा कि प्रदेशभर में नकली खाद-बीज के कारण किसान भारी नुकसान झेल रहे हैं। विडंबना यह है कि यह संकट केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के ही जिले विदिशा में सबसे पहले सामने आया। उन्होंने सवाल किया कि “जब कृषि मंत्री अपने ही घर की ज़मीन और किसानों की फसल सुरक्षित नहीं रख पाए, तो पूरे देश के किसानों की रक्षा कैसे करेंगे?”
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार नकली खाद-बीज माफ़ियाओं के साथ खड़ी है। खेतों में किसान आंसू बहा रहा है और सरकार सत्ता के नशे में सो रही है।
विश्वविद्यालयों में 74% पद खाली, शिक्षा भगवान भरोसे
नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 17 सरकारी विश्वविद्यालयों में 74% सहायक प्राध्यापक पद रिक्त हैं, जबकि 5 विश्वविद्यालयों में तो एक भी प्राध्यापक मौजूद नहीं है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा सरकार युवाओं के भविष्य की अनदेखी कर केवल प्रचार-प्रसार और इवेंट प्रबंधन में व्यस्त है।
वोट चोरी का मामला उठाया
वोटर सूची में गड़बड़ी को लेकर सिंघार ने भाजपा और चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने के बाद प्रदेश के कई जिलों से शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। ताज़ा घटनाक्रम का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि टीकमगढ़ जिले में एक केंद्रीय मंत्री के बंगले के पास से 43 वोटर आईडी बरामद हुई हैं, जो कांग्रेस के आरोपों को सही साबित करती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के खुलासों से भाजपा में हड़कंप मच गया है और सबूत मिटाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, चुनाव आयोग इस पर आंख मूंदे बैठा है।
फर्जी जनादेश से बनी सरकार जनता के हित में नहीं: सिंघार
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार फर्जी जनादेश और वोट चोरी के सहारे बनी है, इसलिए यह जनता और किसानों के हितों की रक्षा नहीं कर सकती। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इन मुद्दों पर आवाज़ बुलंद करें।