'एनआईसीयू वॉर्ड में लगी आग, ज्यादातर बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे', झांसी मेडिकल कॉलेज में लगी भीषण आग में अबतक 10 बच्चों की मौत

10:02 AM Nov 16, 2024 | The Mooknayak

झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात हुए हादसे में जलने से 10 बच्चों की मौत हो गई।

जिला अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि कॉलेज के एनआईसीयू (शिशु वार्ड) में अंदर की यूनिट में रात 10.30 से 10.45 के बीच आग लगी थी। अंदर की यूनिट में ज्यादा गंभीर रूप से बीमार बच्चे थे जबकि बाहर की यूनिट में कम गंभीर रूप से बीमार बच्चे थे।

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 10 बच्चों की मौत हो गई है। उस समय वार्ड में मौजूद कर्मचारियों का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी।

जिलाधिकारी ने कहा कि बाहर की यूनिट के सभी बच्चों को बचा लिया गया है। अंदर की यूनिट के भी कुछ बच्चों को बचाया गया है।

अब तक 40 बच्चों को बचाने की सूचना है।

झांसी मंडल के कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने बताया कि घटना के समय वार्ड में 54-55 बच्चे भर्ती थे। घायल बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

झांसी मंडल के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है।

मौके पर फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां पहुंच चुकी हैं और पुलिस की टीम मौजूद है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक बच्चों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।

उन्होंने कमिश्नर और डीआईजी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की है।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

ब्रजेश पाठक ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, "आज झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में अग्निकाण्ड की हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। मैं स्वयं दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहा हूं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि पुण्यात्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।"

अधिकारियों ने दी जानकारी, कैसा है घटनास्थल का हाल ?

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की जानकारी मिलते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ''जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।''

घटना का जानकारी मिलते ही सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

ब्रजेश पाठक ने एक्स पोस्ट में लिखा, "आज झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में अग्निकाण्ड की हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। मैं स्वयं दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहा हूं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि पुण्यात्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।"

इस घटना को लेकर झांसी के जिला अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि कॉलेज के एनआईसीयू (शिशु वार्ड) में अंदर की यूनिट में शुक्रवार रात 10.30 से 10.45 के बीच आग लगी थी। अंदर की यूनिट में ज्यादा गंभीर रूप से बीमार बच्चे थे, जबकि बाहर की यूनिट में कम गंभीर रूप से बीमार बच्चे थे।

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 10 बच्चों की मौत हो गई है। उस समय वार्ड में मौजूद कर्मचारियों का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। जिलाधिकारी ने कहा कि बाहर की यूनिट के सभी बच्चों को बचा लिया गया है। अंदर की यूनिट के भी कुछ बच्चों को बचाया गया है।

झांसी मंडल के कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने बताया कि घटना के समय वार्ड में 54-55 बच्चे भर्ती थे। घायल बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

झांसी मंडल के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है।

मौके पर फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां पहुंची। पुलिस की टीम मौजूद है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कमिश्नर और डीआईजी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की है।

सीएम योगी ने एनआईसीयू में हुई दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया, मौके पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है। शुक्रवार देर रात घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री ने रातों-रात उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को मौके पर भेजा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी रात घटनास्थल से पल-पल की जानकारी ली। टीवी पर भी नजर बनाए रखी। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि तत्काल झांसी मेडिकल कॉलेज में हुई दुखद घटना में मृतक नवजातों के परिजनों को 5-5 लाख एवं गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपए तत्काल सहायता उपलब्ध कराएं।

सीएम योगी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।"

वहीं, इस घटना को लेकर यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज पहुंच गए हैं। और उन्होंने नवजात शिशुओं के परिवारों से मुलाकात की। साथ ही घटना के त्रिस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मेडिकल कॉलेज में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नवजात शिशुओं की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम परिजनों के साथ मिलकर नवजातों के शव की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी जो स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा, अग्निशमन विभाग टीम भी इसका हिस्सा होगी, तीसरा मजिस्ट्रियल जांच के भी निर्देश दिये गये हैं।

उन्होंने कहा कहा कि फरवरी में फायर सेफ्टी ऑडिट हुआ था और जून में मॉक ड्रिल भी हुई थी। ये घटना कैसे हुई और क्यों हुई। इस बारे में जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। नवजात शिशुओं के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहौर ने बताया कि एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर आग लग गई। आग बुझाने के प्रयास किए गए लेकिन चूंकि कमरा अत्यधिक ऑक्सीजन युक्त था, इसलिए आग तेजी से फैल गई। कई बच्चों को बचा लिया गया। 10 बच्चों की मौत हो गई। घायल बच्चों का इलाज चल रहा है।

सीएमएस ने बताया, 'एनआईसीयू वॉर्ड में लगी आग, ज्यादातर बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे'

घटना के बारे में जानकारी देते हुए झांसी सीएमएस सचिन मेहर ने बताया कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वॉर्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक से आग लग गई, जिसे बुझाने की कोशिश की गई। लेकिन, ज्यादातर बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे और आग तेजी से फैल गई। घटना शाम 5.30 बजे की है।

फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां अभी भी घटनास्थल पर है। बताया जा रहा है कि अस्पताल में लगे आग पर काबू पा लिया गया है। जानकारी के अनुसार इस घटना में अभी तक 40 से ज्यादा बच्चों का रेस्क्यू किया गया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की जानकारी मिलते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ''जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।''

इस घटना को लेकर एक्स पोस्ट में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा, ''जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की दुर्घटना में कई शिशुओं के निधन की सूचना अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है हादसे में घायल शिशुओं को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें और दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति:।''

घटना का जानकारी मिलते ही सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। ब्रजेश पाठक ने एक्स पोस्ट में लिखा, "आज झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में अग्निकाण्ड की हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। मैं स्वयं दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहा हूं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि पुण्यात्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।"

झांसी मंडल के कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने बताया कि घटना के समय वार्ड में 54-55 बच्चे भर्ती थे। घायल बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

झांसी मंडल के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है।

अखिलेश ने साधा यूपी सरकार पर निशाना, मायावती ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा कि झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मृत्यु एवं कई बच्चों के घायल होने का समाचार बेहद दुखद एवं चिंताजनक है। सबके प्रति संवेदनात्मक श्रद्धांजलि। आग का कारण ‘ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर’ में आग लगना बताया जा रहा है। ये सीधे-सीधे चिकित्सा प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही का मामला है या फिर खराब क्वालिटी के आक्सीजन कॉन्संट्रेटर का। इस मामले में सभी जिम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई हो।

उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री जी चुनावी प्रचार छोड़कर, ‘सब ठीक होने के झूठे दावे’ छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए। जिन्होंने अपने बच्चे गंवाएं हैं, वो परिवार वाले ही इसका दुख-दर्द समझ सकते हैं। ये सरकारी ही नहीं, नैतिक जिम्मेदारी भी है। आशा है चुनावी राजनीति करनेवाले पारिवारिक विपदा की इस घड़ी में इसकी सच्ची जाँच करवाएंगे और अपने तथाकथित स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्रालय में ऊपर-से-नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन करेंगे।

अखिलेश यादव ने स्वास्थ्य मंत्री को कटघरे में खड़ा करते हुए आगे लिखा, उप्र के ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ की तो उनसे कुछ नहीं कहना है क्योंकि उन्हीं के कारण आज उप्र में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की इतनी बदहाली हुई है। संकीर्ण-साम्प्रदायिक राजनीति की निम्न स्तरीय टिप्पणियां करने में उलझे मंत्री को तो शायद ये भी याद नहीं होगा कि वो ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ हैं। न तो उनके पास कोई शक्ति है न ही इच्छा शक्ति, बस उनके नाम की तख्ती है।"

उन्होंने आगे लिखा, "सबसे पहले उप्र भाजपा सरकार समस्त झुलसे बच्चों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराए व जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है, उन समस्त शोक संतप्त परिवारों को 1-1 करोड़ संवेदना राशि दे। गोरखपुर न दोहराया जाए।"

बता दें कि उत्तर प्रदेश के झांसी में हुई 10 बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक नवजातों के परिजनों को पांच पांच लाख रुपये एवं गंभीर घायलों को पचास पचास हज़ार रुपये तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

वहीं, बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि यूपी, झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत की अति-दुखद घटना से कोहराम व आक्रोश स्वाभाविक है। ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख्त कानूनी सजा जरूरी है। ऐसी घटनाओं की भरपाई असंभव फिर भी सरकार पीड़ित परिवारों की हर प्रकार से मदद जरूर करे।

Inputs with IANS