यूपी — बलिया के सोनबरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अस्पताल परिसर के गेट के पास फर्श पर बच्चे को जन्म दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने रविवार को कार्रवाई करते हुए इमरजेंसी चिकित्सा अधिकारी, शिफ्ट इंचार्ज डॉक्टर और दो स्टाफ नर्सों समेत चार कर्मचारियों का स्थानांतरण कर दिया।
वायरल वीडियो में महिला को अस्पताल के गेट के पास फर्श पर बच्चे को जन्म देते हुए देखा जा सकता है। महिला के ससुर ने आरोप लगाया कि वह और उनकी बहू शुक्रवार तड़के करीब 2:30 बजे सीएचसी पहुंचे थे। एंबुलेंस चालक उन्हें अस्पताल के गेट पर छोड़कर चला गया।
उन्होंने कहा, "अस्पताल में कोई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद नहीं था। हमने कुछ समय इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया। आखिरकार मेरी बहू ने खुले आसमान के नीचे बरामदे की फर्श पर बच्चे को जन्म दिया।"
टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से रविवार को बातचीत में बलिया के जिलाधिकारी मंगल प्रसाद सिंह ने बताया, "घटना की जानकारी मिलते ही मैंने उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) और सीएमओ डॉ. संजीव बर्मन को मौके पर जांच के लिए भेजा।"
जिलाधिकारी ने महिला और नवजात के स्वास्थ्य की रिपोर्ट भी मांगी। जांच में दोनों की स्थिति स्वस्थ पाए जाने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महिला को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराया जाए।
सीएमओ डॉ. बर्मन ने बताया, "जांच में पाया गया कि इमरजेंसी चिकित्सा अधिकारी (ईएमओ) ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे, शिफ्ट इंचार्ज डॉक्टर अपने क्वार्टर में थे और ड्यूटी पर तैनात दोनों स्टाफ नर्स भी अस्पताल में नहीं थीं।"
रविवार को सीएचसी पहुंचकर डॉ. बर्मन ने चारों कर्मचारियों का स्थानांतरण आदेशित किया और चेतावनी दी कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही पर उच्च अधिकारियों को निलंबन की संस्तुति भेजी जाएगी।
अतिरिक्त सीएमओ डॉ. विजय यादव के नेतृत्व में की गई जांच में सामने आया कि महिला को शुक्रवार रात करीब 2 बजे एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया था। लेकिन उसे लेबर रूम तक पहुंचाने के बजाय एंबुलेंस चालक उसे अस्पताल गेट पर ही छोड़ गया, जहां समय पर कोई स्वास्थ्यकर्मी नहीं पहुंच पाया और महिला ने वहीं बच्चे को जन्म दे दिया।
इस घटना पर विपक्ष ने स्वास्थ्य विभाग की जमकर आलोचना की। समाजवादी पार्टी की विधायक रागिनी सोनकर ने घटना का वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा कर प्रशासन को घेरा।
अपने ट्विटर पोस्ट में उन्होंने लिखा, "उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद के सोनबरसा स्वास्थ्य केंद्र पर एक महिला को डिलीवरी के लिए लेकर गए, लेकिन वहाँ न बेड मिलता है न ही कोई डाक्टर। महिला उसी अस्पताल के फर्श पर बिना किसी व्यवस्था के बच्चे को जन्म देती है। विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश और 1 ट्रिलियन का दावा करने वाले प्रदेश में ये तस्वीर दिल को झझकोर देने वाली है। एक महिला से प्रसव की पीड़ा झेल रही है और उसे किसी प्रकार की सहायता नहीं मिल रही।। प्रदेश की सरकार गूंगी, बहरी और अंधी भी हो चुकी है।"