ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर बुधवार सुबह से शुरू हुई किसानों की महापंचायत उनके हक में रही और जेल में बंद उनके सभी किसान साथी और नेता छूट कर वापस आ गए।
हालांकि, इस महापंचायत में राकेश टिकैत नहीं पहुंच पाए, क्योंकि उन्हें टप्पल पर पुलिस ने रोक लिया था। लेकिन, इसमें नरेश टिकैत का प्रतिनिधित्व करते हुए गौरव टिकैत शामिल हुए और उनकी अगुवाई में महापंचायत में यह फैसला हुआ कि अगर जब तक जेल में बंद किसानों को नहीं छोड़ा जाएगा तब तक किसान जीरो पॉइंट पर ही बैठे रहेंगे।
इसके बाद पुलिस को आदेश मिला कि ग्रेटर नोएडा के लुकसर जेल में बंद सभी किसानों को रिहा कर दिया जाए। जिसके बाद जेल में बंद किसानों को पुलिस ने रिहा कर दिया और वो अपने समर्थकों के साथ महापंचायत स्थल पर पहुंचने लगे।
जानकारी के मुताबिक कुल 123 किसानों को दलित प्रेरणा स्थल से पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिन्हें रिहा कर दिया गया। इनमें किसानों ने मुख्य नेता पवन खटाना, सुखबीर खलीफा, सुनील फौजी, रूपेश वर्मा, विकास जतन और बॉबी नागर समेत अन्य नेता जेल से निकलने के बाद महापंचायत स्थल पर पहुंचने लगे। इनके समर्थकों और किसानों ने इन्हें कंधे पर उठा लिया और मंच तक ले गए।
मंच पर पहुंचने के बाद इन किसानों ने अपने साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस जगह से इनका आंदोलन शुरू हुआ था एक बार फिर वहीं से इनका आंदोलन शुरू होगा।
उन्होंने कहा कि दलित प्रेरणा स्थल से ही अपना आंदोलन फिर शुरू करेंगे। हालांकि, इस महापंचायत में राकेश टिकैत नहीं पहुंच पाए क्योंकि उन्हें टप्पल में पुलिसकर्मियों ने रोक लिया था।
गौरतलब है कि मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को दलित प्रेरणा स्थल से पुलिस ने जबरन उठाकर गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें जेल भेज दिया था। उसमें कई महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल थे, जिन्हें मंगलवार देर रात को उनके घर सकुशल भिजवाया गया था।
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