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बहराइच: स्वतंत्रता दिवस रिहर्सल के दौरान 100 मीटर दौड़ में छात्र की मौत, परिवार ने लगाया लापरवाही का आरोप

बहराइच, उत्तर प्रदेश: जनपद बहराइच के नानपारा क्षेत्र स्थित सआदत इंटर कॉलेज में बुधवार को स्वतंत्रता दिवस समारोह की रिहर्सल के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया। कक्षा 9 के छात्र हिमांशु (16) की 100 मीटर दौड़ पूरी करने के तुरंत बाद तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।

हिमांशु, रामकुमार के पुत्र और नानपारा के भग्गापुरवा गांव के निवासी थे। बुधवार को वे अपने दर्जनभर सहपाठियों के साथ 100 मीटर दौड़ में हिस्सा ले रहे थे, जो 15 अगस्त के कार्यक्रम की तैयारी का हिस्सा थी।

दौड़ पूरी करते ही बेहोश हुआ छात्र

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हिमांशु ने दौड़ तीसरे स्थान पर पूरी की लेकिन फिनिश लाइन पार करने के तुरंत बाद बेहोश होकर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद शिक्षक और स्टाफ उसकी मदद के लिए दौड़े और एंबुलेंस बुलवाई। उसे तत्काल नानपारा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर सुरेश वर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच में हृदय गति रुकना (कार्डियक अरेस्ट) संभावित कारण प्रतीत हो रहा है, हालांकि असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आएगी। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में खेलकूद या व्यायाम के दौरान किशोरों में कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़े हैं।”

परिवार का आरोप — समय पर मदद मिलती तो बच सकती थी जान

हिमांशु के बड़े भाई शिवम ने बताया कि उसके भाई को पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी। उन्होंने स्कूल पर लापरवाही का आरोप लगाया।

शिवम ने कहा, “दौड़ तेज धूप में करवाई गई। न तो मौके पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता दी गई और न ही हमें समय पर सूचना दी गई। अगर समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो शायद उसकी जान बच जाती।”

परिवार का मानना है कि तेज गर्मी और थकान का संयुक्त असर इस घटना की वजह हो सकता है।

स्कूल का पक्ष

कॉलेज के प्रिंसिपल अरविंद मिश्रा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “दौड़ के दौरान हिमांशु अचानक गिर पड़ा। हमने तुरंत 108 एंबुलेंस को कॉल किया और करीब 10 मिनट तक उसे होश में लाने की कोशिश की, लेकिन अफसोस कि हम उसे नहीं बचा पाए।”

कॉलेज प्रबंधक व तहसीलदार अम्बिका चौधरी ने बताया कि घटना की जांच के लिए राजस्व निरीक्षक को निर्देश दिए गए हैं। कॉलेज प्रबंधन समिति के पदेन अध्यक्ष जिलाधिकारी हैं, जबकि उपाध्यक्ष नानपारा के उपजिलाधिकारी हैं।

पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई

नानपारा कोतवाली प्रभारी रामज्ञा सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी उन्हें अन्य माध्यमों से मिली। अभी तक परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं दी गई है। उन्होंने कहा, “अगर शिकायत मिलती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

हिमांशु का अंतिम संस्कार बुधवार को ही कर दिया गया। मां सुषमा का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता रामकुमार, जो पान की दुकान चलाते हैं, ने कहा, “सुबह स्कूल जाते समय उसने कहा था कि जल्दी लौट आऊंगा। कौन जानता था कि यह उसका आखिरी अलविदा होगा।” उन्होंने बताया कि हिमांशु एक होनहार छात्र और अच्छा खिलाड़ी था, जो विज्ञान की पढ़ाई कर इंजीनियर बनना चाहता था।

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