MP: सोशल मीडिया पोस्ट से भड़के मनुवादियों ने दलित युवक से पैर धुलवाकर गंदे पानी को 'चरणामृत' मान पीने को किया मजबूर, ₹5100 जुर्माना वसूला!

10:56 AM Oct 12, 2025 | Geetha Sunil Pillai

दमोह- मध्य प्रदेश के दमोह जिले में सोशल मीडिया पर पोस्ट किए एक मीम को लेकर भड़के विवाद ने जातिगत तनाव को जन्म दे दिया है। ग्राम सतरिया में एक दलित युवक पुरुषोत्तम कुशवाहा पर मनुवादियों ने दबाव डालकर समुदाय के युवक अनुज पांडे के पैर धोने और वही पानी पीने को मजबूर कर दिया। इसके अलावा पुरुषोत्तम से ₹5100 का जुर्माना वसूला गया और समस्त ब्राह्मण समुदाय से माफी मांगने पर भी बाध्य किया गया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद तुरंत हरकत में आई दमोह पुलिस ने तत्काल संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की है।

सूत्रों के अनुसार विवाद की जड़ पुरुषोत्तम कुशवाहा द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया एक मीम था जिसे अनुज पांडे ने ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ अपमानजनक माना। इसके बाद ग्रामीण स्तर पर तनाव बढ़ गया और पुरुषोत्तम को अपमानित करने की घटना घटी। वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कैसे जातिवादी मानसिकता के कुछ लोगों ने पुरुषोत्तम को माफ़ी मांगने के लिए बाध्य किया, शिवलिंग के सामने प्रणाम करवाया और थाली में अनुज के पैर धुलवाने के बाद वही पानी पीने को मजबूर किया। पुरुषोत्तम को यह कहने को मजबूर किया गया कि उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर जो गलती की है, उसके लिए माफ़ी मागते हुए अनुज पांडे का चरण चरण धोकर 'चरणामृत' पी रहे हैं और भविष्य में यूँ ही ब्राह्मणों को पूजते रहेंगे।

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस ने शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। थाना पटेरा पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया जारी करते हुए कहा, "थाना पटेरा अन्तर्गत ग्राम सतरिया में हुई घटना पर पुलिस द्वारा संज्ञान लेते हुए FIR दर्ज की है। इस घटना में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस दोनों पक्षों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही भी कर रही है। क्षेत्र में पुलिस लगातार भ्रमण कर रही है। वरिष्ठ अधिकारियों और सुधी-संभ्रांत नागरिकों को भी क्षेत्र में संवाद कर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए तत्पर किया गया है।"

Trending :

वायरल हो रहे विडियो से बहुजन समुदाय आक्रोशित हैं. आरजेडी प्रवक्ता प्रियंका भारती ने एक पोस्ट में लिखा, " चल क्या रहा है इस देश में? ऐसा क्यों हुआ की पुरुषोत्तम कुशवाहा को अनुज पांडेय का पैर धोकर पीना पड़ा? कभी दलित तबके से आने वाले CJI पर जूता चलाया जाए तो कभी कोई दलित IPS होने के बावज़ूद जातिवाद झेलते-झेलते जान दे दे ! कभी किसी यादव की चोटी काट कर उस पर मूत्र छिड़का जाये! तो कभी किसी कुशवाहा से पैर धुलवा कर उसे पिलाया जाए! हर दिन ज़िल्लत और जहालत है। सम्मान से जीने देंगे या नहीं? एक आत्मसम्मान है वो भी छीन लेंगे? पुरुषोत्तम कुशवाहा को जातिवादी पांडेय का पैर धोकर पीना पड़ा और 5100 रु जुर्माना देकर समाज से माफी मांगनी पड़ी क्योंकि उन्होंने एक मीम शेयर किया! इंसान को इंसान कब मानेंगे?"