कर्नाटक: भीड़ ने दलित नाबालिग लड़कों को खंभे से बांधकर पीटा, वायरल वीडियो के बाद 12 गिरफ्तार

11:16 AM Jun 07, 2025 | Rajan Chaudhary

गडग (कर्नाटक)। कर्नाटक के गडग ज़िले के हरोगेरी गांव में जातीय हिंसा का शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां तीन दलित नाबालिग लड़कों को ग्राम पंचायत के झंडे के खंभे से बांधकर करीब 60 लोगों की भीड़ ने बेरहमी से पीटा। यह घटना 28 मई को हुई, लेकिन इसका खुलासा सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद हुआ, जिसके बाद पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया।

क्या है मामला?

पुलिस के मुताबिक, यह हमला उस समय हुआ जब इन लड़कों पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने एक उच्च जाति की लड़की को कथित तौर पर अश्लील संदेश भेजे थे। इसी आरोप के आधार पर भीड़ ने तीनों लड़कों को पकड़कर सार्वजनिक रूप से खंभे से बांधा और उन्हें रस्सियों, डंडों और चप्पलों से पीटा। हमले में लड़कों को गंभीर चोटें आईं और पूरे शरीर पर सूजन आ गई।

पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी

नरगुंड थाने के निरीक्षक बी. मंजूनाथ ने बताया, “हमने 30 मई को एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम और बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) के तहत मामला दर्ज किया है। अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से चार की गिरफ्तारी शुक्रवार को हुई है। कई आरोपी अब भी फरार हैं।” पुलिस ने बताया कि इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत भी अलग से केस दर्ज किया गया है।

Trending :

पीड़ित परिवारों की आपबीती

पीड़ितों के परिवारों ने बताया कि जब वे बच्चों को बचाने पहुंचे तो उन्हें भी धमकाया गया और गांव से भगा दिया गया। एक पीड़ित के पिता ने बताया, “हमारे गांव में अब भी अछूत प्रथा ज़िंदा है। यह घटना हमारे साथ रोज़ होने वाले भेदभाव की एक और मिसाल है।”

इस अमानवीय हमले से आहत एक नाबालिग ने ज़हर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। उसे हबल्ली के किम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

शुरुआत में दबाने की कोशिश, वीडियो वायरल होने पर कार्रवाई

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, पहले मामले को दबाने की कोशिश की गई थी। कुछ प्रभावशाली समुदाय नेताओं ने पीड़ितों पर समझौते का दबाव भी डाला। लेकिन जब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तब जाकर पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया और कार्रवाई शुरू की।