बरेली – ख़ीरी ज़िले के मझगई क्षेत्र में शनिवार शाम संपूर्णानगर रोड के किनारे झाड़ियों में मिली अज्ञात युवती की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है।
युवती की पहचान मझगई थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 20 वर्षीय दलित युवती के रूप में हुई है। शव के एक हाथ में कैनुला लगा मिला, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि उसे हाल ही में किसी अस्पताल में इलाज दिया गया था।
पुलिस जांच में सामने आया कि युवती का गांव के ही सरवेश यादव (26) के साथ प्रेम संबंध था और वह गर्भवती हो गई थी। सरवेश उसे गर्भपात कराने के लिए एक निजी क्लिनिक ले गया, लेकिन गलत तरीके से की गई प्रक्रिया के कारण युवती की मौत हो गई।
सर्कल अधिकारी (सीओ) यदवेंद्र यादव ने बताया, “सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतका के भाई की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, अवैध गर्भपात और एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।”
जांच में पता चला कि नौगवां निवासी झोलाछाप डॉक्टर नीरज चौरसिया ने युवती को अपने क्लिनिक बुलाया, जहां पहले से सरवेश मौजूद था। क्लिनिक में कार्यरत नर्स सोनम साहनी ने गलत दवाइयों और इंजेक्शन से गर्भपात कराने की कोशिश की। युवती की हालत बिगड़ने पर सोनम ने अपने पति विकास (विक्की) साहनी के साथ मिलकर उसे अपने घर ले जाकर गुपचुप इलाज करना शुरू कर दिया।
जब हालत और गंभीर हो गई, तो युवती को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आरोपियों ने परिजनों या पुलिस को सूचना देने के बजाय उसका शव झाड़ियों में फेंक दिया।
पुलिस ने इस मामले में सरवेश यादव, डॉक्टर नीरज चौरसिया, नर्स सोनम साहनी और उसके पति विक्की साहनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।