भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में एक 19 वर्षीय मूक-बधिर युवती के साथ हुए दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद इंसानियत को झकझोर देने वाली यह घटना उस वक्त न्याय की दिशा में बढ़ी जब पीड़िता ने अपने इशारों और साहस से आरोपी को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई। इस केस में पुलिस, साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट्स और खुद पीड़िता के जज्बे ने मिलकर एक नज़ीर पेश की है कि संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई कैसे न्याय का रास्ता आसान बना सकती है।
क्या है मामला?
घटना शुक्रवार सुबह की है जब युवती, जो कि अपने रिश्तेदार के घर रह रही थी, अचानक गायब हो गई। परिजन ने कई घंटों तक तलाश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। जब देर शाम तक वह नहीं लौटी तो परिजन ने एमआईजी थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। रात करीब आठ बजे युवती बदहवास हालत में घर लौटी। वह कांप रही थी, लगातार रो रही थी और अपनी बात इशारों में भी ठीक से नहीं समझा पा रही थी।
साइन लैंग्वेज बनी जरिया
शनिवार सुबह परिजन पीड़िता को लेकर फिर से थाने पहुंचे। पुलिस के लिए उसे समझना कठिन था। ऐसे में पुलिस ने साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट्स ज्ञानेंद्र और मोनिका पुरोहित को बुलाया, जो सालों से मूक-बधिर लोगों के साथ काम कर रहे हैं। एक्सपर्ट दंपती ने चार घंटे तक पीड़िता के हावभाव और संकेतों को बारीकी से समझा। उसने जो भी दर्द और भय अपने भीतर समेट रखा था, उसे धीरे-धीरे इशारों के जरिए बयां किया।
पीड़िता के इशारों ने दिखाई घटनास्थल की राह
पीड़िता की मदद से पुलिस ने घटनास्थल तक पहुंचने की योजना बनाई। वह पुलिस टीम को सबसे पहले एरोड्रम रोड ले गई, फिर रास्ते में रुककर दिशा पहचानी। वह इशारों में लगातार संकेत देती रही और आखिरकार गोम्मटगिरि के आगे एक सुनसान इलाके में पहुंची। वहां एक झोपड़ी दिखते ही उसने गाड़ी रुकवाई और तेजी से उस ओर बढ़ गई। परदा हटाया तो वहां आरोपी सोनू राठौर खटिया पर लेटा मिला। उसे देखते ही पीड़िता फूट-फूटकर रोने लगी और इशारों में उसकी ओर इशारा किया कि यही वह शख्स है जिसने उसके साथ जबरदस्ती की।
घटनास्थल से जुटे पुख्ता सबूत
पीड़िता यहीं नहीं रुकी। उसने मोनिका की हथेली पर बार-बार थपथपाकर पीछे चलने का इशारा किया और एक निर्माणाधीन मकान तक ले गई। सीढ़ियां चढ़कर तीसरे कमरे में पहुंची और चारपाई की ओर इशारा करते हुए बताया कि आरोपी ने उसके साथ वहां भी दुष्कर्म किया था। वह फिर बाहर आई और अपने रिश्तेदार से लिपटकर रोने लगी।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मौके से आरोपी सोनू राठौर (35) को हिरासत में ले लिया। आरोपी मजदूरी करता है और कभी-कभी पीड़िता के रिश्तेदार के घर के सामने काम करता था। पीड़िता के इशारों के आधार पर पुलिस ने सोनू के खिलाफ अपहरण, बलात्कार और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया।
त्वरित एक्शन बना केस का टर्निंग पॉइंट
इस केस में त्वरित एक्शन ने ही सबूतों को सुरक्षित रखा और आरोपी को पकड़ा जा सका। साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट ज्ञानेंद्र पुरोहित के अनुसार, “मूक-बधिर पीड़ितों की याददाश्त घटनाओं के तुरंत बाद बहुत सटीक होती है। ऐसे मामलों में देर करने से साक्ष्य कमजोर हो जाते हैं।” मोनिका पुरोहित ने बताया कि पीड़िता को भरोसा दिलाने के बाद उसने बहुत बारीकी से हर बात बताई।