पीएम मोदी और आडवाणी पर टिप्पणी को लेकर BJP कार्यकर्ताओं ने पत्रकार निखिल वागले की कार पर किया हमला!

12:41 PM Feb 10, 2024 | Saumya Raj

नई दिल्ली। पत्रकार निखिल वागले के वाहन पर शुक्रवार, 9 फरवरी की रात को कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी की पुणे इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया। पत्रकार वागले पर यह हमला तब हुआ जब वे अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ पुणे में 'निर्भय बानो' रैली स्थल पर जा रहे थे। वागले पर हुए इस हमले का मुंबई प्रेस क्लब, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और कई पत्रकारों द्वारा कड़ी निंदा की गई।

बता दें कि भाजपा के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के बाद आडवाणी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर वागले निशाने पर थे।

पुलिस के अनुसार, भाजपा कार्यकर्ताओं ने उस कार पर स्याही फेंकी जिसमें वागले और दो अन्य - मानवाधिकार वकील असीम सरोदे और कार्यकर्ता विश्वंभर चौधरी सिंघड़ रोड इलाके में राष्ट्र सेवा दल द्वारा आयोजित 'निर्भय बानो' कार्यक्रम के लिए पुलिस सुरक्षा के तहत यात्रा कर रहे थे। इस घटना में प्रदर्शनकारियों के अनियंत्रित होने, मारपीट करने और विभिन्न वस्तुओं के साथ-साथ अंडे और स्याही फेंकने से कार की खिड़की के शीशे टूट गए। इस घटना से जुड़े वायरल वीडियो में भाजपा कार्यकर्ता खंडोजी बाबा चौक पर पत्रकार के कार को घेरते और तोड़फोड़ करते हुए दिखे।

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वागले पुलिस सुरक्षा के तहत कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने में कामयाब रहे और 'निर्भय बानो' कार्यक्रम में भाग लिया। भाजपा की पुणे इकाई ने कार्यक्रम में वागले की उपस्थिति का हवाला देते हुए कार्यक्रम का विरोध किया, जबकि कांग्रेस, राकांपा और आप सहित विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वागले ने कहा, “मैं उन सभी को माफ करता हूं, जिन्होंने मुझ पर हमला किया। मुझ पर पहले छह बार हमला हो चुका है और यह सातवां था।“

निखिल वागले, असीम सरोदे और विश्वम्भर चौधरी पर कल रात के हमले की अधिक जानकारी देते हुए पत्रकार पार्थ एमएन ने बताया कि तीन-चार किलोमीटर के अंतराल में बीजेपी के गुंडों ने कार पर पांच बार हमला किया। उन्होंने आज सोशल मीडिया हैन्डल (एक्स) पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, भाजपा सदस्य स्पष्ट धमकी के साथ एक संदेश प्रसारित कर रहे हैं- संदेश में लिखा है, कल रात जो हुआ वह एक ट्रेलर था। "अगली बार जब वह पुणे में होंगे तो उन्हें जूतों की माला पहनाई जाएगी और उनके चेहरे पर काली स्याही पोत दी जाएगी।" आगे पार्थ लिखते हैं, यह एक चमत्कार है कि वे (निखिल वागले) जीवित बच गए।

वहीं इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए पत्रकार मनदीप पुनिया लिखते हैं, “पत्रकार निखिल वागले और उनके साथियों पर हमला हुआ है। यह बहुत डरावना है। सभी पत्रकारों को इस हमले के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतरना चाहिए।“

वहीं वरिष्ठ पत्रकार अरफा खानम शेरवानी ने कहा, "निखिल वागले पर BJP के गुंडों का हमला हर मोदी/BJP आलोचक के लिए डराने वाला है। तेज़ी से हम एक भयावह भविष्य की तरफ़ बढ़ रहे हैं।"