रांची- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 10 अगस्त को अपने जन्मदिन के अवसर पर हाल ही में दिवंगत हुए पिता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक शिबू सोरेन को याद करते हुए एक भावुक पोस्ट साझा की। शिबू सोरेन का निधन 4 अगस्त 2025 को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 81 वर्ष की आयु में हुआ था, जिसने पूरे राज्य और आदिवासी समुदाय को शोक में डुबो दिया। हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह पोस्ट साझा की जिसमें उन्होंने पिता के संघर्ष, आदर्शों और शिक्षाओं को श्रद्धांजलि दी।
हेमंत सोरेन ने अपने पोस्ट में लिखा: आज बाबा बहुत याद आ रहे हैं। मुझे जीवन देने वाले मेरे जीवनदाता, मेरी जीवन की जड़ें जिनसे जुड़ी हैं, वही मेरे साथ नहीं हैं। बहुत कष्टकारी क्षण है यह।
जिनकी मजबूत उंगलियों ने बचपन में मेरे कदमों को थामा, जिनके संघर्ष और लोगों के प्रति जिनके निश्चल प्रेम ने मुझे संवेदनशीलता के साथ जीना सिखाया, हर कठिनाई को सहजता से अवसर में बदलना सिखाया और जब भी राह में अंधेरा हुआ, दीपक बनकर मुझे आगे बढ़ने का रस्ता दिखाया, वह बाबा दिशोम गुरुजी प्रकृति का अंश बनकर सर्वत्र हो गए हैं।
आज बाबा भले ही सशरीर साथ नहीं हैं, लेकिन मुझे विश्वास है कि वे सूरज की हर रोशनी में हैं, हर पेड़ की छाया में हैं, हर बहती हवा में हैं, हर नदी की धार में हैं, हर उस अग्नि की लौ में हैं, जिसमें उन्होंने मुझे सत्य, संघर्ष, कभी न झुककर - निडर होकर जन-जन की सेवा करने की शिक्षा दी।"
हेमंत ने पिता के आदर्शों को अपना सामाजिक दायित्व बताते हुए लिखा, "मेरे बाबा के आदर्श, विचार और शिक्षा की सीख मेरे लिए सिर्फ पुत्र धर्म नहीं, सामाजिक दायित्व भी है। उन्होंने मुझे अपने लोगों से जुड़ना सिखाया, मुझे बताया कि नेतृत्व का अर्थ शासन नहीं, सेवा होता है। आज जब मैं अपने राज्य की जिम्मेदारी उठाता हूं, तो उनकी बातें, उनकी आंखों का विश्वास, उनकी मेहनत और संघर्ष से सना हुआ चेहरा, लोगों की पीड़ा खत्म करने वाला दृढ़विश्वासी मन, शोषितों-वंचितों और आदिवासी अस्मिता को मुख्यधारा में लाने का संकल्प, मुझे हर निर्णय में मार्गदर्शन देता है।"
पोस्ट के अंत में उन्होंने कहा, "बाबा अब प्रकृति में हैं। अब इस मिट्टी में हैं, हवा में हैं, जंगलों में हैं, नदियों में हैं, पहाड़ों में हैं, गीतों में हैं - उन अनगिनत लोककथाओं की तरह, जो हमेशा अजर-अमर रहती हैं। बाबा मुझे गर्व है कि मैं आपकी संतान हूं, मुझे मान है कि मैं वीर योद्धा दिशोम गुरुजी का अंश हूं। वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें! वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन जिंदाबाद! जय झारखण्ड!"
शिबू सोरेन जिन्हें आदिवासी समुदाय में 'दिशोम गुरु' के नाम से जाना जाता था, झारखंड राज्य निर्माण के प्रमुख योद्धा थे। वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके थे और केंद्र में कोयला मंत्री भी थे। उनके निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री मोदी सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया था। उनका अंतिम संस्कार 5 अगस्त को उनके पैतृक गांव नेमरा में किया गया, जहां हजारों लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने वालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी सहित कई दिग्गज राजनेता और सामाजिक कार्यकर्त्ता शामिल हैं। सोरेन की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, और कई लोगों ने इसे पढ़कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। राज्य में शिबू सोरेन की विरासत को याद करते हुए विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।