भदोही, उत्तर प्रदेश: भदोही जिले के एकौनी गांव में डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को सरकारी भूमि पर बिना अनुमति स्थापित किए जाने के बाद प्रशासन द्वारा हटाए जाने से तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अशांति को रोका जा सके।
सुरियावां थाने के प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, यह विवाद तब शुरू हुआ जब राजस्व अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह ने शिकायत की कि एकौनी गांव में सरकारी भूमि पर बिना अनुमति के एक मूर्ति स्थापित कर दी गई है।
जिला प्रशासन ने बताया कि संबंधित ज़मीन—गाटा संख्या 460—करीब 14 बीघा में फैली हुई है और उस पर एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र और कूड़ा निस्तारण केंद्र स्थित है।
गुरुवार को ग्राम प्रधान वकील प्रसाद और कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने वहां दो फुट ऊंचा चबूतरा बनाकर उस पर चार फुट ऊंची डॉ. आंबेडकर की मूर्ति स्थापित कर दी।
शिकायत मिलने के बाद, रात करीब 9 बजे जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची।
इस दौरान मूर्ति हटाए जाने का स्थानीय दलित समुदाय ने विरोध किया और बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं मौके पर एकत्र हो गए। हालात बिगड़ते देख पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद मूर्ति को हटा दिया गया और अब उसे स्थानीय थाने में पुलिस की निगरानी में रखा गया है।
प्रभारी निरीक्षक श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राम प्रधान वकील प्रसाद समेत कई लोगों के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 3 और 5 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा, "इलाके में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।"