पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का धरना लगातार जारी है। इस धरना में कई शिक्षक भी शामिल हुए। वहीं, शुक्रवार को धरना स्थल से शिक्षक गुरु रहमान तबीयत खराब होने के हवाला देकर चले गए।
शुक्रवार को बीपीएससी छात्र आंदोलन का 10 वां दिन है । छात्र लगातार 10 दिनों से धरना स्थल पर जमे हुए हैं और री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन में छात्रों का साथ देने के लिए कई नेता शामिल हो रहे हैं। वहीं, बीपीएससी छात्रों को तैयारी कराने वाले तमाम शिक्षक भी शामिल हो रहे हैं । इसी सिलसिले में खान सर और रहमान अभ्यर्थियों के प्रदर्शन में शामिल हुए।
प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने कहा था कि जब तक छात्रों की मांग नहीं मानी जाती, तब तक हम छात्रों के साथ आंदोलन में शामिल रहेंगे । लेकिन उसके बाद खान सर धरना स्थल से निकल गए। उसके बाद गुरु रहमान तबीयत खराब होने का हवाला देकर चले गए गए। शिक्षकों के धरना स्थल से जाने को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों में गुस्सा है।
गुरु रहमान ने कहा, "बीपीएसी का री-एग्जाम हो, इसके लिए मैं मरने को भी तैयार हूं। मेरी तबीयत खराब हो गई है, डॉक्टर से मिलकर वापस धरने पर आउंगा।"
दरअसल, 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी, इसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था।
बीपीएससी ने दावा किया कि ऐसी अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्व थे। हालांकि, बीपीएससी ने बापू परिसर में परीक्षा देने वाले 5,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है। छात्र परीक्षा को पूर्ण रूप से रद्द कराने की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हुए हैं।
Inputs With IANS