गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले से मानवता को शर्मसार करने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। थाना चिलुआताल क्षेत्र में एक सफाईकर्मी के 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले नाबालिग बेटे हर्ष मौर्य को कथित तौर पर कुछ जातिवादी तत्वों ने अगवा कर एक हार्डवेयर की दुकान में बंधक बना लिया। आरोप है कि छात्र को बेरहमी से पीटा गया और ज़बरदस्ती थूक चटवाया गया। यही नहीं, इस पूरे कृत्य का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया।
इस अमानवीय घटना की खबर सामने आते ही लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने शुक्रवार को इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
“जिला गोरखपुर के थाना चिलुआताल क्षेत्र में सफाईकर्मी के बेटे, 8वीं कक्षा के नाबालिग छात्र हर्ष मौर्य को जातंकवादियों द्वारा अगवा कर हार्डवेयर की दुकान में बंधक बनाकर बेरहमी से पीटने और थूक चटवाने की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है... यह घटना सिर्फ एक बच्चे पर हमला नहीं, बल्कि पूरे बहुजन समाज की गरिमा, संविधान और इंसानियत पर सीधा प्रहार है।”
चंद्रशेखर आज़ाद ने यह भी कहा कि यह घटना उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने और पीड़ित बच्चे को न्याय और सुरक्षा दिलाने की मांग की है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
मामले में गोरखपुर पुलिस की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है। पुलिस के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से बताया गया कि:
“दो नाबालिग बच्चों के बीच पहले किसी बात को लेकर चिढ़ाने का विवाद हुआ था। इसी विवाद के चलते एक नाबालिग द्वारा एक अन्य व्यक्ति के माध्यम से उक्त घटना कराई गई। प्राप्त तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपी को हिरासत में लेकर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।”
पुलिस ने मामले को बच्चों के बीच का आपसी विवाद बताते हुए कार्रवाई की बात कही है, लेकिन घटना के वीडियो वायरल होने और उसमें दिखाई गई क्रूरता ने प्रशासन की भूमिका पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।