भोपाल। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के माचलपुर थाना क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल में 5वीं कक्षा की छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। घटना सोमवार की है, जब स्कूल के चपरासी ने छात्रा को झांसा देकर तीसरी मंजिल पर बुलाया और वहां उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की।
क्या है पूरा मामला?
सोमवार को 5वीं कक्षा की छात्रा परीक्षा देने स्कूल गई थी। स्कूल गेट पर चपरासी रामप्रसाद उर्फ रामा बैरागी (31) ने छात्रा को कहा कि प्रिंसिपल मैडम ने उसे तीसरी मंजिल पर बुलाया है। छात्रा जब तीसरी मंजिल पर पहुंची, तो आरोपी चपरासी भी वहां आ गया। उसने छात्रा से कहा, "तुझे चॉकलेट दूंगा," और उसे जबरदस्ती पकड़कर एक कमरे में ले जाने की कोशिश की।
हालांकि, बच्ची ने साहस दिखाते हुए किसी तरह से खुद को छुड़ाया और रोते हुए प्रिंसिपल के केबिन में पहुंचकर घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसने अपनी परीक्षा दी और घर जाकर पूरी घटना परिजनों को बताई।
मामला दर्ज
घटना की जानकारी मिलते ही छात्रा के माता-पिता ने मंगलवार को माचलपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह मावई ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 74 और 75 तथा लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (POCSO एक्ट) की धारा 7 और 8 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
पुलिस ने आरोपी रामप्रसाद बैरागी को हिरासत में ले लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी लंबे समय से स्कूल में कार्यरत था और अब तक उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं आई थी।
स्कूल की प्राचार्या प्रमिला शर्मा ने बताया, "जैसे ही छात्रा ने हमें घटना की जानकारी दी, हमने तुरंत आरोपी चपरासी को स्कूल से निकाल दिया। परिजनों की मांग पर स्कूल परिसर के सीसीटीवी फुटेज का डीवीआर उन्हें सौंप दिया गया है।"
उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल प्रबंधन बच्चों की सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहता है, लेकिन इस घटना ने उन्हें और सतर्क रहने की सीख दी है।
NCRB: बच्चों के खिलाफ बढ़ रही घटनाएं
यह घटना एक बार फिर प्रदेश में महिला और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों की दर लगातार बढ़ रही है।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में 4,28,278 की तुलना में 4% की वृद्धि है। वहीं बच्चों के खिलाफ अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 8.7% (1,49,404 मामले) की वृद्धि दर्शाते हैं। मध्य प्रदेश में भी बच्चों के खिलाफ मामले बढ़े हैं। आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में साल 2022 में 758 अपराध बच्चों के खिलाफ दर्ज हुए।
बाल आयोग ने मांगा जांच प्रतिवेदन
राजगढ़ के निजी स्कूल में एक बच्ची के साथ छेड़छाड़ की गंभीर घटना सामने आने के बाद राज्य बाल संरक्षण आयोग ने तत्काल संज्ञान लिया है। इस मामले में आयोग के सदस्य ओंकार सिंह ने द मूकनायक से बातचीत में कहा कि इस तरह की घटनाएं पहले भी स्कूलों में हो चुकी हैं, जो बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक को 15 दिन में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा में स्कूल प्रबंधन की चूक का भी विश्लेषण किया जाएगा। ओंकार सिंह ने कहा कि घटना के हर पहलू की गहन जांच की जाएगी और प्रतिवेदन मिलने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।