जयपुर। मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान में अटकलों के विपरीत मुख्यमंत्री के नाम ने प्रदेश के राजनीतिज्ञों सहित आमजन को भी चौंका दिया। राजस्थान में सांगेनर से चुनाव जीत कर पहली बार विधायक बने भजन लाल शर्मा के सिर मुख्यमंत्री का ताज रखा गया। विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री के रूप में भजनलाल शर्मा के नाम की औपचारिक घोषणा की गई। सीएम की घोषणा पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने वन टू वन बात कर सीएम के संभावित दावेदारों को मनाने में सफलता हासिल की।
एबीवीपी से किया आगाज
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भरतपुर जिले के अटवारी गांव के मूल निवासी है। वर्तमान में भरतपुर शहर की जवाहर नगर कॉलोनी में रहते हैं। जगन्नाथ पहाड़िया के बाद भरतपुर को दूसरा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के रूप में मिला है। जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एबीवीपी से की थी।
संघ की पृष्ठभूमि से हैं भजनलाल
संघ पृष्ठभूमि से आने वाले राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। भरतपुर जिले के होने के बावजूद जयपुर के सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से उन्हें टिकट दिया गया था। इस चुनाव में भजनलाल ने 50 हजार से अधिक वोट से जीत दर्ज की थी। शर्मा भाजपा संगठन में बड़े ओहदे पर रहे हैं। चार बार से लगातार पार्टी के प्रदेश महासचिव बने हुए हैं।