लखनऊ। ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर चल रहे विवाद के बीच एनसीपी शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले का बयान राजनीतिक तापमान को और बढ़ा गया है। सुप्रिया सुले ने कहा कि बिना ठोस प्रमाण के ईवीएम पर सवाल उठाना गलत है। उनके इस बयान पर गुरुवार को समाजवादी पार्टी के नेता अमीक जमाई ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सुप्रिया सुले अपनी राय रख सकती हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी का रुख स्पष्ट है कि जब भी अखिलेश यादव सत्ता में आएंगे, ईवीएम को हटाया जाएगा।
अमीक जमाई ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि जब भी अखिलेश यादव सत्ता में आएंगे, तब ईवीएम का आखिरी दिन होगा। समाजवादी पार्टी का यह रुख साफ है कि जब उनकी पार्टी सत्ता में आएगी, तो ईवीएम के इस्तेमाल को समाप्त किया जाएगा। सुप्रिया सुले के विचार को निजी बताते हुए उन्होंने कहा कि देश के कमजोर वर्गों के लिए उनकी पार्टी हर संभव प्रयास करेगी। सपा का लक्ष्य बहुजन समाज के उत्थान के लिए काम करना है, और इसी के तहत वे भाजपा और आरएसएस को हराने के लिए गठबंधन की राजनीति को आगे बढ़ाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी और इसके नेता अखिलेश यादव का हमेशा से यही मानना रहा है कि सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिए। हम कोई भी धर्म या पंथ को अपमानित नहीं करना चाहते। समाजवादी पार्टी का यह विश्वास है कि हर किसी को अपने विश्वास का पालन करने का पूरा अधिकार है और हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। हम परस्पर विश्वास करते हैं और हर धर्म का सम्मान करते हैं, चाहे वह हिंदू धर्म हो, इस्लाम हो, या कोई और धर्म। हम मानते हैं कि यह विश्वास और श्रद्धा का विषय है, न कि किसी का अपमान करने का।
अमिक जमाई ने भारत ब्लॉक की रणनीति का समर्थन करते हुए कहा कि यह गठबंधन भाजपा और आरएसएस के खिलाफ एक मजबूत विकल्प है। उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं के लिए किए गए कामों के कारण वह प्रशंसा के पात्र हैं। उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में भाजपा और आरएसएस के अहंकार को चुनौती दी और दिल्ली में एक मजबूत सरकार बनाई, जो भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है।
आगामी चुनाव का जिक्र करते हुए जमाई ने कहा कि समाजवादी पार्टी अन्य राज्यों में भाजपा के खिलाफ उम्मीदवारों को समर्थन देने के लिए तैयार है। उनका स्पष्ट संदेश था कि समाजवादी पार्टी भाजपा और आरएसएस को हराने के लिए हर संभव कदम उठाएगी और इसका सबसे बड़ा उद्देश्य भारत के लोकतंत्र को मजबूत करना है।
भाजपा को जमाई ने तोड़ फोड़ वाली पार्टी करार दिया। कहा कि भाजपा राज्यों में सत्ता पाने के लिए जोड़-तोड़ करती है, जो लोकतंत्र के लिए खतरे की बात है। हम इसे खत्म करना चाहते हैं और एक लोकतांत्रिक तरीके से जनता की आवाज़ को प्रबल करना चाहते हैं। भाजपा के सत्ता में आने के बाद राज्य सरकारों को कुचलने के लिए उनका दबाव बढ़ा है। खासकर महाराष्ट्र और पंजाब में भाजपा के सहयोगी दलों का नामोनिशान मिट चुका है, और यही भाजपा की असल नीति है।
बिहार की राजनीति पर उन्होंने कहा कि बिहार में तेजस्वी यादव का नेतृत्व मजबूत हो रहा है। बिहार की जनता भाजपा से नाराज है, भाजपा और जदयू के बीच चल रही तकरार बिहार के लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि समाजवादी पार्टी बिहार में एक मजबूत विकल्प बनने के लिए तैयार है। बिहार में जातिगत जनगणना, पुरानी पेंशन योजना, और विशेष पैकेज जैसी महत्वपूर्ण मुद्दों पर समाजवादी पार्टी की प्रतिबद्धता बनी रहेगी।
Inputs With IANS