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South Central Railway: पहली बार रेलवे के 5 सबसे ताकतवर विभागों को लीड कर रहीं ये महिला अफसर!

हैदराबाद: दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने महिला सशक्तिकरण की एक नई मिसाल कायम की है। ज़ोन के इतिहास में पहली बार पांच सबसे महत्वपूर्ण और जटिल विभागों की कमान महिला अधिकारियों के हाथों में है। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जो न केवल संगठन में महिलाओं की बढ़ती ताकत को दर्शाती है, बल्कि लाखों यात्रियों की सेवा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनके नेतृत्व कौशल को भी रेखांकित करती है।

ये पांच विभाग - परिचालन (Operating), वाणिज्यिक (Commercial), सुरक्षा (Security), चिकित्सा (Medical) और वित्त (Finance)- रेलवे की रीढ़ की हड्डी माने जाते हैं, जिनके सुचारू संचालन के लिए असाधारण नेतृत्व और दक्षता की आवश्यकता होती है।

के. पद्माजा (आईआरटीएस - 1991 बैच) - प्रिंसिपल चीफ ऑपरेशंस मैनेजर

श्रीमती पद्माजा ने जनवरी 2025 में SCR की प्रिंसिपल चीफ ऑपरेशंस मैनेजर का पदभार संभाला। उनका विभाग ज़ोन में ट्रेनों के परिचालन की योजना बनाने और यात्री-माल गाड़ियों की सुरक्षित, कुशल और समय पर Movement सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाता है। उनके नेतृत्व में, वर्तमान वित्तीय वर्ष (2025-26) में जुलाई तक, ज़ोन ने 49 मिलियन टन माल ढोकर 4,601 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। साथ ही, छुट्टियों के मौसम में यात्रियों की सुविधा के लिए 1,117 विशेष ट्रेन services भी चलाई गई हैं।

इती पांडे (आईआरटीएस - 1998 बैच) - प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर

श्रीमती इती पांडे ने 2 अगस्त, 2025 को यह पदभार संभाला। वाणिज्यिक विभाग टिकटिंग, आरक्षण, यात्री सहायता, स्टेशन प्रबंधन और राजस्व उत्पादन जैसी critical services के लिए जिम्मेदार है। श्रीमती पांडे एक प्रख्यात व्यक्तित्व हैं, जिन्हें रेल मंत्री राजभाषा रजत पदक (जून 2025) और 'ब्यूरोक्रेट्स एनुअल लिस्ट 2024' में 24 बदलाव लाने वाले ब्यूरोक्रेट्स में शामिल किया गया है। वह एक मैराथन धावक भी हैं और 2023 में दक्षिण अफ्रीका में 88 किलोमीटर की कठिन 'कमरेड्स मैराथन' को महज 11 घंटे 47 मिनट में पूरा करने वाली एकमात्र महिला सिविल सेवक हैं।

अरोमा सिंह ठाकुर (आईआरपीएफएस - 1993 बैच) - इंस्पेक्टर जनरल-कम-प्रिंसिपल चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर

श्रीमती ठाकुर जुलाई 2023 से ज़ोन की रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की प्रमुख हैं। RPF यात्रियों और रेलवे संपत्ति की सुरक्षा, अपराध रोकथाम, भीड़ प्रबंधन और आपात स्थितियों में निभाता है। उनके नेतृत्व में, RPF ने 'ऑपरेशन यात्री सुरक्षा', 'ऑपरेशन अमानत', 'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' जैसे अभियान चलाए हैं। महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए 'मेरी सहेली' और 'वुमन शक्ति' टीमों की शुरुआत भी की गई है।

डॉ. निर्मला नरसिम्हन (आईआरएचएस - 1989 बैच) - प्रिंसिपल चीफ मेडिकल डायरेक्टर

डॉ. निर्मला दिसंबर 2024 में SCR की मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनीं। वह ज़ोन के 8 बड़े अस्पतालों और 40 स्वास्थ्य इकाइयों के नेटवर्क की देखरेख करती हैं, जो रेल कर्मचारियों, उनके परिवारों और यात्रियों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करते हैं। उनके कार्यकाल में, लालागुड़ा सेंट्रल हॉस्पिटल में 64-स्लाइस सीटी स्कैन मशीन और इन-हाउस कार्डियक कैथ लैब स्थापित करके चिकित्सा ढांचे को और मजबूत किया गया है।

टी. हेमा सुनीता (आईआरएएस - 1993 बैच) - प्रिंसिपल फाइनेंशियल एडवाइजर

श्रीमती हेमा सुनीता ने अप्रैल 2025 में वित्त विभाग का नेतृत्व संभाला। उनकी भूमिका ज़ोन की वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाए रखने की है। लंदन और पेरिस में अंतरराष्ट्रीय वित्त प्रबंधन में प्रशिक्षण प्राप्त इस अधिकारी के नेतृत्व में, चालू वित्तीय वर्ष (अप्रैल-जुलाई) में ज़ोन का आवंटित राजस्व 8,081 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3% की वृद्धि दर्शाता है।

दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक संजय कुमार श्रीवास्तव ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, "यह इन अधिकारियों की क्षमता और विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती ताकत का प्रमाण है। SCR महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में सदैव अग्रणी रहा है। इन महिला अधिकारियों की भूमिका निश्चित रूप से अधिक महिलाओं को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगी।"

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