कोप्पल (कर्नाटक) – जातीय भेदभाव का एक नया मामला कोप्पल जिले के मुड्डाबल्ली गांव में सामने आया है, जहां दलित समुदाय के लोगों द्वारा नाई की सेवा मांगने के बाद गांव की सभी नाई की दुकानें बंद कर दी गई हैं। मुड्डाबल्ली गांव कोप्पल जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, करीब दो महीने पहले भी ऐसी ही शिकायतें सामने आई थीं, जब गांव के नाई दलित पुरुषों को बाल काटने या शेविंग की सेवा देने से इनकार कर रहे थे। पुलिस के हस्तक्षेप और ‘अस्पृश्यता’ कानून के तहत कार्रवाई की चेतावनी के बाद नाईयों ने सेवा देना शुरू किया था।
हालांकि, अब खबर है कि नाई जानबूझकर दलित ग्राहकों से दूरी बना रहे हैं और अन्य जातियों के लोगों के घर जाकर व्यक्तिगत सेवा दे रहे हैं।
इस भेदभाव के चलते मुड्डाबल्ली के दलित पुरुषों को बाल कटवाने या शेव कराने के लिए कोप्पल शहर जाना पड़ रहा है।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी कोप्पल जिला इकाई के अध्यक्ष बसवराज दादेसगुरु ने राज्य सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार दलितों के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर उदासीन बनी हुई है। समानता और न्याय सुनिश्चित करने के लिए सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”