दलित युवक की संदिग्ध मौत: सुसाइड नोट में पुलिस पिटाई और जातिसूचक गालियों सहित गंभीर आरोप

10:56 AM Aug 15, 2025 | Rajan Chaudhary

चिक्कमगलुरु। कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले के कलसा तालुक के समसे गांव के एक 27 वर्षीय दलित युवक ने बुधवार को आत्महत्या कर ली। मृतक ने अपने मौत के सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि उसे कुड्रेमुख पुलिस के एक कर्मचारी ने पीटा और जातिसूचक गालियां दीं।

मृतक की पहचान बस्तिगड्डे निवासी नागेश के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, नागेश ने 15 जुलाई को कुड्रेमुख पुलिस स्टेशन में कॉन्स्टेबल सिद्धेश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में आरोप था कि सिद्धेश ने उसकी पिटाई की और जातिसूचक टिप्पणियां कीं।

शिकायत के अनुसार, घटना रात करीब 10:30 बजे हुई, जब नागेश अपनी ऑटोरिक्शा से लौट रहा था। रास्ते में उसने सिद्धेश और दो स्थानीय लोगों को सड़क पर खड़े देखा, जिनकी गाड़ी रास्ता रोककर खड़ी थी। अंधेरा होने के कारण नागेश ने मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर आगे बढ़ा। सिद्धेश को शक हुआ कि नागेश उनकी शराब पीते हुए तस्वीर ले रहा है, जिसके बाद कथित रूप से सिद्धेश ने उसकी पिटाई की और गालियां दीं।

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परिजनों का कहना है कि नागेश की शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने उसके खिलाफ ही सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने उसकी ऑटोरिक्शा और कीटनाशक स्प्रे मशीन जब्त कर ली थी। हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह अपना वाहन छुड़ा नहीं पाया और उसे आगे पुलिस उत्पीड़न का डर भी था।

सुसाइड नोट में नागेश ने कॉन्स्टेबल सिद्धेश पर यातना देने का आरोप लगाया और पीएसआई आदर्श का भी नाम लिया, आरोप लगाते हुए कि उन्होंने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।

नागेश की मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सिद्धेश और आदर्श को सेवा से बर्खास्त करने और पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। हालांकि. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।