मुरैना (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में मजदूरी के बिना काम करने से इंकार करने पर एक दलित युवक के साथ मारपीट करने और उसकी मवेशियों की झोपड़ियों में आग लगाने का मामला सामने आया है। यह घटना सोमवार शाम अंबाह थाना क्षेत्र के अंतर्गत मलबसाई गांव में हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पीड़ित रिंकू साखबार ने आरोप लगाया है कि आरोपी रवि गुर्जर, उसके पिता पंजाब गुर्जर और चाचा श्रीकृष्ण उर्फ बंटी पहलवान पिछले कई महीनों से उनके परिवार पर बगैर मजदूरी के बंधुआ मज़दूरी करने का दबाव बना रहे थे। रिंकू के मुताबिक, परिवार के लगातार इंकार करने पर उन्हें धमकियां दी जा रही थीं।
घटना वाली रात रिंकू की बहन और बुआ रक्षाबंधन के अवसर पर मिलने आई थीं। रिंकू ने बताया कि आरोपी, कुछ अन्य लोगों के साथ, देशी कट्टे जैसे अवैध हथियार लेकर आए, धमकियां दीं और विरोध करने पर उसकी पिटाई की।
कुछ ही देर बाद पास में स्थित मवेशियों के बाड़े में आग लग गई। रिंकू के परिवार का कहना है कि जली हुई झोपड़ियां मुख्य रूप से मवेशियों को रखने के लिए इस्तेमाल होती थीं, जिनके जलने से उन्हें भारी नुकसान और परेशानी हुई है।
अंबाह के एसडीओपी रवि भदौरिया ने साखबार और गुर्जर परिवारों के बीच विवाद की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मवेशियों के बाधने की जगह में आग लगी थी, लेकिन आग कैसे लगी, यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा, "पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।"
यह घटना एक बार फिर ग्रामीण मध्य प्रदेश में जातिगत हिंसा और बंधुआ मज़दूरी जैसी चिंताजनक प्रथाओं को उजागर करती है।