कैथल (हरियाणा)। जिले के सीवन थाना क्षेत्र में एक दलित महिला के साथ पुलिस हिरासत में कथित बर्बर मारपीट और थर्ड डिग्री टॉर्चर का मामला सामने आया है। महिला को परिजनों ने गंभीर हालत में कैथल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। उसके शरीर पर गहरे चोट के निशान और अंदरूनी हिस्सों से खून निकलने की बात बताई गई है।
परिजनों का आरोप है कि महिला को एक युवती की गुमशुदगी के मामले में पूछताछ के लिए शनिवार को पुलिस ने हिरासत में लिया था। बाद में उसे छोड़ दिया गया, लेकिन इस दौरान उसके साथ क्रूरता की गई।
पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक (SP) को दी शिकायत में कहा कि पूछताछ के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी और चार पुरुष पुलिसकर्मियों ने उसे बंद कमरे में बेरहमी से पीटा। परिवार का कहना है कि महिला निर्दोष है और उसके साथ अमानवीय व्यवहार हुआ। उसकी हालत देखकर परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही सीवन के नागरिक और महिला के परिजन डीसी और एसपी कार्यालय पहुंचे और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। महिला के पति रोहताश और भतीजे सचिन ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले को दबाने और शिकायत वापस लेने के लिए परिवार पर दबाव बना रही है।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि संदीप सैनी, भाजपा नेत्री शैली मुंजाल और पूर्व जिला पार्षद मास्टर रतिराम ने भी निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
मामले में हरियाणा अनुसूचित जाति आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग के सदस्य रवि तारांवाली ने बताया कि दलित महिला के साथ अत्याचार का मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने कैथल एसपी से दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद आयोग कार्रवाई करेगा।
उधर, उपायुक्त प्रीति ने भी पुलिस से रिपोर्ट मांगी है और महिला को नि:शुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सीवन गांव के निवासियों के प्रतिनिधिमंडल ने डीसी को दी शिकायत में आरोप लगाया कि थाना परिसर में महिला से मारपीट की गई, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। डीसी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पुलिस अधिकारियों के बयान
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, घटना पर डीएसपी, सुशील कुमार ने कहा, “महिला एक मामले में आरोपी है। यदि उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी।”
जबकि थाना प्रभारी ओम प्रकाश ने अपने बयान में कहा, “आरोप निराधार और झूठे हैं। शनिवार को महिला को पूछताछ के लिए बुलाया जरूर था, लेकिन उसके साथ मारपीट नहीं की गई।”