आगरा: घोड़ी चढ़ने और बैंड बजाने पर दलित दूल्हे की बारात पर हमला, शादी समारोह में तनाव

12:26 PM Apr 19, 2025 | Rajan Chaudhary

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के एतमादपुर इलाके में गुरुवार शाम एक दलित दूल्हे और उसकी बारात पर कुछ ऊंची जाति के ग्रामीणों द्वारा कथित रूप से हमला किया गया। यह हमला दूल्हे के घोड़ी चढ़ने और बैंड-बाजे के साथ बारात निकालने को लेकर किया गया।

दुल्हन प्रियंका कुमारी की मां अनीता देवी ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि जब दूल्हा रोहित कुमार बारात लेकर कृष्णा मैरिज हॉल की ओर बढ़ रहा था, तभी कुछ ऊंची जाति के लोगों ने उसे घोड़ी से नीचे खींच लिया और पीटना शुरू कर दिया।

अनीता देवी ने कहा, "हमलावरों ने बैंड तोड़ डाला, बारातियों पर हमला किया और कई महिलाओं और पुरुषों को पीटा।"

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उन्होंने बताया कि हमलावर हथियारों से लैस थे। दूल्हे के एक रिश्तेदार, कुंवर पाल के सिर पर गंभीर चोट आई। उन्होंने कहा, "जब महिलाओं ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उन्हें भी मारपीट का शिकार बनाया गया।"

घटना के बाद हमलावरों ने बारातियों को शादी स्थल में खदेड़कर लगभग दो घंटे तक अंदर बंद कर दिया। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और तनावपूर्ण माहौल में विवाह की रस्में पूरी कराई गईं।

पुलिस को दी गई शिकायत में 10 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि करीब 20 अन्य हमलावर अज्ञात हैं।

रोहित कुमार, जो मथुरा के वृंदावन का निवासी है, ने गांव के बाहर से बारात शुरू की थी। एतमादपुर थाने के इंस्पेक्टर विजय विक्रम सिंह के अनुसार, विवाद तेज आवाज में बैंड बजाने को लेकर शुरू हुआ। "दोनों पक्षों के दो-दो लोग घायल हुए हैं और उनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है," उन्होंने कहा।

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस उपायुक्त अतुल शर्मा ने बताया, "मैंने गांव का दौरा किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। नामजद आरोपी फरार हैं, लेकिन उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।"

अनीता देवी और भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष रिंकू सेठ ने आरोप लगाया कि हमलावर वे लोग हैं जो समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।

स्थानीय करणी सेना से जुड़े राजेंद्र सिंह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "हमारे समाज के लोग इसमें शामिल नहीं थे। हमें नहीं पता कि हमला किसने किया।"

बता दें कि करणी सेना सांसद सुमन के उस बयान के विरोध में प्रदर्शन कर रही है जिसमें उन्होंने संसद में मेवाड़ के 16वीं सदी के शासक राणा सांगा को "गद्दार" कहा था। सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को दिल्ली पर आक्रमण के लिए आमंत्रित किया था, ताकि इब्राहिम लोदी को हराया जा सके। करणी सेना इस इतिहास को खारिज करती है और राणा सांगा को वीर मानती है।

उन्होंने कहा, दूल्हे रोहित कुमार ने बताया कि पुलिस शुरुआत में एफआईआर दर्ज करने से बच रही थी। “जब मामला मीडिया में आया और कुछ दलित नेता मौके पर पहुंचे, तब जाकर एफआईआर दर्ज की गई।”

भीम आर्मी ने यह भी आरोप लगाया कि यही लोग दो दिन पहले इसी क्षेत्र के गढ़ी गज्जू गांव में डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर चुके हैं।