भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर के मुरार थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव से तीन वर्षीय मासूम रितेश के गायब होने के बाद पूरा गांव और पुलिस प्रशासन बेचैन है। शनिवार दोपहर से लापता हुआ यह बच्चा अब तक नहीं मिला है। आशंका अपहरण की जताई जा रही है।
बच्चे की मां सपना पाल ने अपने पति दलवीर पाल और ससुराल पक्ष के सदस्यों पर अपहरण का आरोप लगाया है। वहीं, पुलिस ने इस मामले को बेहद संवेदनशील मानते हुए उच्च स्तर पर जांच शुरू कर दी है। खुद एसएसपी धर्मवीर सिंह और एएसपी अनु बेनीवाल मामले की निगरानी कर रहे हैं।
तीन साल का रितेश खेलते-खेलते गायब
मुरार के मोहनपुर गांव में काली माता मंदिर के पास सपना पाल अपने मायके में रहती हैं। उनके पति दलवीर पाल से विवाद चल रहा है, जिसके चलते वह पिछले कुछ महीनों से बच्चों के साथ मायके में थीं। बड़ा बेटा पिता के पास है, जबकि छोटा बेटा रितेश (3) मां के साथ रह रहा था।
शनिवार दोपहर करीब एक बजे रितेश घर से कुछ दूरी पर बने एक मैदान में गांव के ही अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। यह मैदान मुख्य सड़क से लगभग 100 मीटर अंदर की ओर है। थोड़ी देर बाद जब सपना बाहर आईं तो रितेश वहां नहीं था। आसपास के बच्चों से पूछने पर भी कोई जानकारी नहीं मिली।
सपना ने गांव में हर जगह बेटे को खोजा, लेकिन जब देर शाम तक रितेश नहीं मिला तो पुलिस को सूचना दी गई।
रातभर चला तलाश अभियान
पुलिस ने बच्चे की गुमशुदगी की सूचना मिलते ही रात में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। गांव के लोगों की मदद से खेतों, खदानों और आसपास के घने जंगलों में तलाशी ली गई। लेकिन 36 घंटे बीत जाने के बाद भी बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला है।
जंगल की घनी झाड़ियों और ऊबड़-खाबड़ जमीन के कारण ड्रोन कैमरों की मदद से भी तलाशी की जा रही है। एसएसपी धर्मवीर सिंह खुद शनिवार रात गांव पहुंचे और सर्च ऑपरेशन का नेतृत्व किया। उन्होंने गांव वालों से बातचीत की और रविवार सुबह फिर थाने पहुंचकर चार घंटे तक जांच की समीक्षा की।
पति और ससुराल पक्ष पर आरोप
मां सपना और उसके मायके वालों ने अपने पति दलवीर पाल, ससुर रामविलास, और देवर बलवीर पर अपहरण का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कुछ दिन पहले दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था और तब पति ने छोटे बेटे को भी अपने पास रखने की मांग की थी।
सपना का कहना है कि “मेरे पति पहले से कह रहे थे कि छोटा बेटा उन्हें चाहिए। उसी विवाद के बाद मैंने पुलिस में शिकायत भी की थी। मुझे पूरा यकीन है कि उन्होंने ही मेरे बच्चे को उठाया है।” पुलिस ने इन तीनों से पूछताछ की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
बच्चा अकेला नहीं जा सकता
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जहां बच्चा खेल रहा था, वहां से सड़क तक जाने के रास्ते में काफी कीचड़ है। इतनी छोटी उम्र का बच्चा वहां से अकेले नहीं गुजर सकता। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने कहा, “बच्चा तीन साल का है, इतनी दूर अकेले नहीं जा सकता। हर संभावना पर जांच की जा रही है, और जल्द ही बच्चे को ढूंढ लिया जाएगा।”
दोस्त की एंट्री से उलझी कहानी
पुलिस को एक और सुराग मिला है, दो दिन पहले गांव में एक युवक आया था, जो अपने चाचा के घर रुका हुआ है। सूत्रों के अनुसार, इस युवक की सपना पाल से दोस्ती थी और दोनों के बीच चैटिंग भी हुई थी, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया। अब पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं बच्चे के लापता होने का इससे कोई संबंध तो नहीं।
रविवार को दिनभर एसएसपी धर्मवीर सिंह, एएसपी अनु बेनीवाल और फोर्स के अन्य अधिकारी गांव में डटे रहे। जंगल, खदान, कुएं, तालाब और झाड़ियों में तलाशी जारी है। पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं, जो अलग-अलग दिशाओं में तलाश कर रही हैं।
एसएसपी ने बताया कि, “बच्चे की तलाश जारी है। सभी संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है, अपहरण विवाद, या अन्य कोई कारण। हमें उम्मीद है कि जल्द ही रितेश को सुरक्षित खोज लिया जाएगा।”