+

मथुरा में 10 साल की दलित बच्ची से दरिंदगी, पानी मांगने के बहाने 3 नकाबपोशों ने किया गैंगरेप

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहाँ के मगोर्रा थाना क्षेत्र के एक गाँव में 10 वर्षीय दलित बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म की जघन्य घटना को अंजाम दिया गया। आरोप है कि शनिवार की शाम मोटरसाइकिल पर सवार तीन नकाबपोश लोगों ने बच्ची को अगवा कर उसके साथ हैवानियत की। इस खबर के फैलते ही स्थानीय निवासियों में गुस्सा और आक्रोश है।

पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, यह वारदात शनिवार शाम करीब 5 बजे हुई। अनुसूचित जाति समुदाय से संबंध रखने वाले एक मजदूर की दो बेटियां गांव के बाहर स्थित एक कुएं पर कपड़े धोने गई थीं। कुछ देर बाद बड़ी बहन कपड़े लेकर घर वापस आ गई, जबकि छोटी बच्ची (पीड़िता) वहीं अकेली रुक गई।

पीड़िता के परिवार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि इसी दौरान, तीन युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर वहां पहुंचे, जिन्होंने अपने चेहरे कपड़े से ढके हुए थे। शुरुआत में उन्होंने बच्ची से पीने के लिए पानी मांगा। इसके बाद, वे बच्ची को जबरन उठाकर पास के एक धार्मिक स्थल पर ले गए। वहाँ उन्होंने बच्ची का मुंह कपड़े से ठूंस दिया और कथित तौर पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।

आरोपी अपनी घिनौनी करतूत को अंजाम दे ही रहे थे कि तभी उन्होंने कुछ मजदूरों को साइकिल पर गांव की ओर लौटते हुए देखा। पकड़े जाने के डर से, तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए। इसके बाद, बुरी तरह सहमी हुई बच्ची रोते हुए किसी तरह बाहर आई और घर पहुंचकर अपने परिवार को पूरी आपबीती सुनाई।

मामले की जानकारी मिलते ही पीड़िता का परिवार उसे लेकर तुरंत मगोर्रा पुलिस स्टेशन पहुंचा। इस जघन्य कांड की खबर पाकर बड़ी संख्या में ग्रामीण भी थाने पर इकट्ठा हो गए और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे।

घटना की गंभीरता को देखते हुए, एसपी (सिटी) अनिल कुमार सिंह और एसपी (क्राइम) अवनीश मिश्रा सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी फौरन मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।

एसपी (क्राइम) मिश्रा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि 10 वर्षीय बच्ची के साथ गैंगरेप की शिकायत प्राप्त हुई है, जिसके तुरंत बाद पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई है। उन्होंने बताया, "आरोपियों की धरपकड़ के लिए SOG और सर्विलांस यूनिट समेत कुल छह टीमों का गठन किया गया है। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) और POCSO एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।"

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अपराधियों की पहचान करने के लिए आसपास के इलाकों में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है।

Trending :
facebook twitter