भोपाल। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद बने युद्ध जैसे हालातों को देखते हुए मध्य प्रदेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। इंदौर और ग्वालियर सहित प्रदेश के प्रमुख शहरों में प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जा रहा है, वहीं अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
इंदौर में सभी आयोजनों पर रोक
इंदौर पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने भारतीय नागरिक संहिता की धारा 163 के तहत आदेश जारी कर शहर में बिना अनुमति किसी भी आयोजन पर रोक लगा दी है। यह आदेश 4 जुलाई 2025 तक प्रभावशील रहेगा। आदेश में कहा गया है कि कोई भी धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक आयोजन, धरना, रैली, विवाह, जन्मदिन आदि बिना अनुमति के नहीं किए जा सकेंगे।
क्या रहेगा प्रतिबंध?
सभी आयोजनों के लिए सक्षम अधिकारी से अनुमति अनिवार्य।
किसी भी आयोजन में अस्त्र-शस्त्र और विस्फोटक सामग्री पर सख्त प्रतिबंध।
सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ इकट्ठा कर यातायात और शांति व्यवस्था बिगाड़ने पर कार्रवाई।
जन सामान्य को खतरे में डालने वाली वस्तुएं और सामग्री पर रोक।
ग्वालियर में लगाए जाएंगे सायरन, अस्पताल अलर्ट पर
ग्वालियर में प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के निर्देश पर ग्वालियर कमिश्नर मनोज खत्री ने शहर के 66 वार्डों में सायरन लगाने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी आपात स्थिति में पूरे शहर को एक साथ सचेत किया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि एक संकेत पर सभी सायरन बजने लगें।
जयारोग्य अस्पताल, जो कि ग्वालियर-चंबल संभाग का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, अलर्ट मोड पर है। डॉक्टरों को 24 घंटे मोबाइल चालू रखने के निर्देश दिए गए हैं। ट्रॉमा सेंटर, एम्बुलेंस, दवा स्टॉक आदि को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई
वर्तमान तनावपूर्ण हालातों को देखते हुए सोशल मीडिया पर भ्रामक या आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर सख्त नजर रखी जा रही है।
इंदौर पुलिस कमिश्नर की एडवाइजरी जारी की है। किसी भी व्यक्ति को सोशल मीडिया पर अफवाह, भ्रामक जानकारी या अवैध कंटेंट शेयर करने पर प्रतिबंध है। उल्लंघन पर कठोर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी।
ग्वालियर कलेक्टर का आदेश: बिना पुष्टि के वीडियो, रील्स, मैसेज आदि अपलोड करना प्रतिबंधित है। उल्लंघन करने पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
सेना के लिए ट्रक तैयार, ऑपरेटर्स ने दिखाई देशभक्ति
इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपने ट्रक सेना के परिवहन के लिए उपलब्ध कराने की पेशकश की है। 8 मई को जारी पत्र में संगठन ने बताया कि मध्यप्रदेश के 7.5 लाख ट्रक युद्धकालीन सेवाओं के लिए तैयार हैं।
संगठन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने कहा"कारगिल युद्ध के दौरान हमने 1,000 ट्रक सेना को दिए थे। अब साढ़े सात लाख ट्रक और हमारे ड्राइवर-कंडक्टर युद्ध में हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं। ड्राइवर और कंडक्टर की छुट्टियां रद्द की गई है, 24 घंटे सेवा के लिए हम तत्पर है।"